एक पुरानी कहावत है, पहला सुख निरोगी काया और दूसरा घर में माया। इसका अर्थ है कि मनुष्य जीवन में दो अनमोल सुख होते हैं एक उसका स्वास्थ्य और दूसरा उसके पास धन संपत्ति। बाकी सभी सुख-सुविधाएं, इन्हीं पर आश्रित होती हैं।Bimari Door Karne Ke Shastriya Upay 2 in Hindi :- अगर धन नहीं है…
एक पुरानी कहावत है, पहला सुख निरोगी काया और दूसरा घर में माया। इसका अर्थ है कि मनुष्य जीवन में दो अनमोल सुख होते हैं एक उसका स्वास्थ्य और दूसरा उसके पास धन संपत्ति। बाकी सभी सुख-सुविधाएं, इन्हीं पर आश्रित होती हैं।
अगर धन नहीं है तो स्वस्थ शरीर किस का और अगर धनवान व्यक्ति के पास स्वास्थ्य नहीं है तो वह कुछ भी कर ले, लेकिन उस धन का लाभ नहीं उठा पाएगा। लेकिन आजकल के समय एमं हर कोई पता नहीं किस दौड़ में शामिल है, कहां पहुंचना है नहीं पता। इस भागदौड़ में वह अपना स्वास्थ्य खोता जा रहा है।
वह धन तो इकट्ठा करता जा रहा है लेकिन इस बात का ध्यान नहीं रख रहा कि इससे उसकी सेहत कितनी चौपट होती जा रही है।
उसका कमाया हुआ धन सिर्फ डॉक्टरों के पास ही तो जा रहा है, कभी शारीरिक परेशानियां तो कभी मानसिक तनाव। एक हाथ से पैसा आ रहा है तो दूसरे हाथ से वह डॉक्टरों के पास जाता जा रहा है। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि हमें मेहनत करने के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य की तरफ भी ध्यान देना चाहिए।
अगर आप या आपका कोई निकट संबंधी स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझ रहा है तो आपको ये वीडियो अवश्य देखनी चाहिए। इस वीडियो में एक ऐसा शास्त्रीय उपाय बताया गया है कि व्स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत कारगर है। घर के मंदिर में जब दीपक जलाते हैं तो उसमें बस एक चीज डालें और मिल जाएगी किसी भी तरह की बीमारी से मुक्ति:
यह आलेख निम्नलिखित के बारे में जानकारी प्रदान करता है : दीपक, मंदिर