विवाह की परंपरा काफी प्राचीन है और प्राचीन काल से ही अपनी पुत्री के लिए योग्य वर तलाशना माता-पिता की प्रथम प्राथमिकता रही है। महाराजाओं के काल में पिता अपनी पुत्री के लिए उचित वर खोजने के लिए स्वयंवर आयोजित कराता था।Blindly Marry Man Who Has Even 12 These 20 Characteristics in Hindi :- रामायण…
विवाह की परंपरा काफी प्राचीन है और प्राचीन काल से ही अपनी पुत्री के लिए योग्य वर तलाशना माता-पिता की प्रथम प्राथमिकता रही है। महाराजाओं के काल में पिता अपनी पुत्री के लिए उचित वर खोजने के लिए स्वयंवर आयोजित कराता था।
रामायण व महाभारत जैसे दो महाकाव्यों को पढ़ने से यह पता चलता है कि उस दौर में भी सीता व द्रौपदी के माता-पिता को अपनी पुत्री के लिए योग्य वर खोजने की चिंता सताती थी।
सही दिशा में प्रयास को आगे बढाने के लिए माननीय संतों की सलाह ली जाती थी और इसके बाद ही स्वयंवर आयोजित किया जाता था।
एक योग्य वर कैसा होना चाहिए इसके लिए संतों ने कुछ मापदंड निर्धारित किए थे। आने वाली पीढियों के ज्ञान व जानकारी के लिए इन्हें शास्त्रों में दर्ज किया गया। प्राचीन संतों ने 20 खूबियों का एक मापदंड तैयार किया और इन्हीं खूबियों के आधार पर व्यक्ति को योग्य या अयोग्य माना जाता था।
लड़के में क्या चीजें देखना चाहिये? हो सकता है कि आपने समुद्रिका शास्त्र के बारे में सुना हो, जो कि एक वेदिक स्टडी है, जिसमें इंसान की आभा, चेहरे, व्यक्तित्व, और पूरे शरीर के बारे में पढ़ना सिखाया जाता है। इन स्टडी की गाइडलाइन को ध्यान में रख कर आपको पुरुष में 20 गुण ढूंढने चाहिये और फिर शादी करनी चाहिये। आइये जानते हैं क्या हैं वो अच्छी बातें…