हिन्दू धर्म का प्रसिद्ध ग्रन्थ महाभारत हमेशा से रहस्यों से पूर्ण कथाओ एवं इसके विशेष पात्रो के लिए प्रसिद्ध रहा है. महाभारत में अनेको ऐसी कथाएं है जिस से हमे कुछ ना कुछ सिख मिलती है तथा जो जीवन में मार्ग दर्शक के रूप सहायक होती है. आज भी महाभारत से जुडी अनेको जगहों एवं…
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हिन्दू धर्म का प्रसिद्ध ग्रन्थ महाभारत हमेशा से रहस्यों से पूर्ण कथाओ एवं इसके विशेष पात्रो के लिए प्रसिद्ध रहा है. महाभारत में अनेको ऐसी कथाएं है जिस से हमे कुछ ना कुछ सिख मिलती है तथा जो जीवन में मार्ग दर्शक के रूप सहायक होती है. आज भी महाभारत से जुडी अनेको जगहों एवं पात्रो को याद किया जाता है.
लेकिन क्या आप जानते है महाभारत से जुडी इन जगहों की आज क्या दशा है. आइये आज हम आपको महाभारत से जुड़े 10 जगहों के बारे में बताते है जो वर्तमान में मौजूद है.
हस्तिनापुर :- महाभारत में सबसे ज्यादा महत्व हस्तिनापुर को दिया गया है क्योकि महाभारत की पूरी कथा इसके इर्द-गिर्द घूमती रहती है. हस्तिनापुर के कारण ही पांडवो तथा कौरवों के मध्य महाभारत जैसा भयंकर युद्ध हुआ था. आज यह स्थान मेरठ शहर के पास है.
तक्षशिला :- तक्षशिला महाभारत काल में गांधार प्रदेश की राजधानी थी. तथा कौरवों की माता गांधारी के पिता शुबुल यहाँ के राजा थे.
महाभारत कथा में बताया जाता है की यही पांडवो के वंशज जन्मजेय ने अपने पिता प्रीक्षिपत की सांप काटने से मृत्यु के बाद क्रोधित होकर सर्प यज्ञ का आयोजन करवाया था जिसमे हजारो नाग जलकर भष्म हो गये थे.
यह जगह वर्तमान में पाकिस्तान के रावल पिंडी में है.
उज्जनिक :- महाभारत में जिस उज्जैनिक नामक स्थान का जिक्र किया है वह वर्तमान काशीपुर है जो उत्तराखंड में स्थित है. यही पर गुरु द्रोणाचार्य ने पांडवो एवं कौरवों को ज्ञान दिया था.
यहाँ स्थित द्रोणसागर झील के बारे में कहा जाता है की पांडवो ने गुरु दक्षिणा के तोर पर उस झील का निर्माण किया.
वारणावृत :- महाभारत में वारणावृत का जिक्र भी आता है यह वही स्थान है जहा कौरवों ने लक्षगृह में पांडवो को जलाकर मारने का प्रयास किया था. यह लाक्षागृह बागपत में स्थित है.
पांचाल :- हिमालय तथा चम्बा नदी के किनारे पर बसा था पांचाल राज्य. महाभारत में जिक्र आया है की पांचाल नरेश द्रोपद की पुत्री द्रोपदी से पांडवो का विवाह हुआ था.
इंद्रप्रस्थ और खांडवप्रस्थ :- महाभारत में जिस इंद्रप्रस्थ और खांडवप्रस्थ का जिक्र किया गया है वह वर्तमान में भारत देश की राजधानी दिल्ली है.
वृंदावन :- महाभारत काल का वृंदावन आज भी इसी नाम से जाना जाता है .वर्तमान में यह उत्तर प्रदेश में स्थित है. यही पर भगवान श्री कृष्ण राच गोपियों के संग रास लीला रचाया करते थे.
भागलपुर :- बिहार के भागलपुर और उत्तर प्रदेश के गोंडा को लेकन यह मतभेद है. महाभारत काल में यह अंग प्रदेश था जहा के राजा कर्ण था.
मथुरा :- महाभारत में कंश की नगरी मथुरा का जिक्र किया गया है. यही पर भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था. उनके जन्म भूमि में आज भी लाखो श्रृद्धालु दर्शन को आते है.