Indian Spiritual
  • होम
  • लोकप्रिय
  • धार्मिक तथ्य
  • धार्मिक कथा
  • धार्मिक स्थान
  • ज्योतिष
  • ग्रंथ
  • हस्त रेखाएं
  • व्रत त्योहार
  • तंत्र-मंत्र-यंत्र
  • वार्षिक राशिफल 2021
होम | धार्मिक स्थान | राम-जानकी मंदिर, सेतगंगा (छत्तीसगढ़) – यहाँ भगवान राम के द्वारपाल है रावण, करते है भगवन राम कि सुरक्षा

राम-जानकी मंदिर, सेतगंगा (छत्तीसगढ़) – यहाँ भगवान राम के द्वारपाल है रावण, करते है भगवन राम कि सुरक्षा

राम-जानकी मंदिर, सेतगंगा (छत्तीसगढ़) – यहाँ भगवान राम के द्वारपाल है रावण, करते है भगवन राम कि सुरक्षा
In धार्मिक स्थान
  • Share on Facebook
  • Share on Twitter
  • Share on Email
  • Share on Whatsapp
  • Share on Facebook
  • Share on Twitter

Ram Janaki Temple, Ram Tekri, History In Hindi : आप लोगों को यह जानकर हैरानी होगी कि भारतवर्ष में एक ऐसा भी मंदिर है, जहां रावण भगवान राम के द्वारपाल के रूप में पूजे जाते हैं। मुंगेली जिले में सिंगारपुरी से पहले सेतगंगा नामक स्थान में 18 वीं शताब्दी में निर्मित रामजानकी मंदिर अपनी कई खूबियों के…

Ram Janaki Temple, Ram Tekri, History In Hindi : आप लोगों को यह जानकर हैरानी होगी कि भारतवर्ष में एक ऐसा भी मंदिर है, जहां रावण भगवान राम के द्वारपाल के रूप में पूजे जाते हैं। मुंगेली जिले में सिंगारपुरी से पहले सेतगंगा नामक स्थान में 18 वीं शताब्दी में निर्मित रामजानकी मंदिर अपनी कई खूबियों के चलते प्रसिद्ध है। काले पत्थर में खूबसूरत शिल्प के साथ-साथ रावण की प्रतिमा के चलते मंदिर की चर्चा देशभर में होती है।

Ram Janaki Temple Ram Tekri Chhattisgarh in Hindi :-

पुराणों में भगवान राम और रावण की शत्रुता का उल्लेख है। यह बैर इस मंदिर में मिट गया है। रावण की प्रतिमा को द्वारपाल के रूप में स्थापित करने के पीछे मंशा यही है कि कोई भी व्यक्ति ज्ञानी रावण की अच्छाइयों को जानने और अपने भीतर के अहंकार को मिटाने के बाद ही मंदिर में प्रवेश करें।

काले पत्थरों पर अद्भुत शिल्प :-

{ पढ़ें :- बाबा अमरनाथ यात्रा की 10 आश्चर्यजनक बातें! यह जानकारी आपको और कहीं नहीं मिलेगी }

वर्ष 1751 में निर्मित मंदिर के परिसर में कुंड का निर्माण किया गया है। इससे आगे जाने पर भगवान जगन्नाथ स्वामी का मंदिर है। इससे कुछ दूरी पर रामजानकी का प्राचीन मंदिर है। इसी मंदिर के भीतर काले पत्थरों पर प्राचीन शिल्पकला आकर्षण का केंद्र है। गर्भगृह के भीतर पिल्लरों पर अद्भुत कलाकृतियां उकेरी गईं हैं। इनकी नक्काशी में भी दिशाओं का ख्याल रखा गया है।

ऐसे हुई मंदिर की स्थापना :-

सीएमडी कॉलेज में ज्योग्राफी के एचओडी डा. पीएल चंद्राकर के मुताबिक वर्ष 1751 में पंडरिया के जमींदार दलसाय सिंह ने सेतगंगा का यह मंदिर बनवाया था। यहां की प्रतिमाएं पहले कामठी गांव में आगर नदी के तट पर मंदिरों में स्थापित थीं। कामठी पंडरिया की प्राचीन राजधानी रही है। राजधानी बदलने के दौरान ही ये प्रतिमाएं दलपत सिंह के महल में रखी गईं।

इस बीच दलपत सिंह सेतगंगा पहुंचे। यहां उन्हें मां गंगा का स्वप्न आया और उन्होंने मंदिर बनवाकर इन प्रतिमाओं की स्थापना की। द्रविड़ राजा रावण के उपासक थे। दलसाय सिंह आदिवासी राजा रहे। यही वजह है कि उन्होंने रावण की प्रतिमा स्थापित करवाने के बाद रामजानकी मंदिर बनवाया।

{ पढ़ें :- रावण ने यहाँ की थी शिव की तपस्या, जहाँ शिव ने रावण को दिया एक वरदान ! एक चमत्कारी शिवलिंग की पूरी कहानी ! }


धार्मिक स्थान और भारतीय संस्कृति संबंधित ख़बरें

  1. भीमशंकर ज्योतिर्लिंग – कुंभकर्ण के पुत्र को मार कर यहां स्थापित हुए थे भगवान शिव

  2. भोजेश्वर मंदिर : यहाँ है एक ही पत्थर से निर्मित विशव का सबसे बड़ा शिवलिंग

  3. भारत का एक मात्र मंदिर जहाँ राष्ट्रीय पर्वो पर फहराया जाता है तिरंगा

  4. गिरजाबंध हनुमान मंदिर, रतनपुर – एक अति प्राचीन मंदिर जहाँ स्त्री रूप में होती है हनुमान कि पूजा

यह आलेख निम्नलिखित के बारे में जानकारी प्रदान करता है : conclusion of janaki temple,  findings of janaki temple,  history of ram janaki temple,  janaki temple essay,  Lord Rama,  make a speech on ram janaki temple,  methodology of janaki temple,  objectives of janaki temple,  Ram Janaki Temple,  Ram Tekri,  ram tekri pune,  ravana,  छत्तीसगढ़,  भगवान जगन्नाथ स्वामी,  भगवान राम,  राम जानकी का मंदिर,  राम जानकी मंदिर अयोध्या उत्तर प्रदेश,  राम जानकी मंदिर बाबई,  राम जानकी मंदिर बिहार,  राम जानकी मंदिर वीडियो,  राम जानकी मंदिर सीतामढ़ी बिहार,  राम जानकी मंदिर हरदोई,  राम जानकी मंदिर हरदोई उत्तर प्रदेश,  राम-जानकी मंदिर,  रावण,  रावण का इतिहास,  रावण का गांव,  रावण का गोत्र क्या था,  रावण का जन्म स्थान,  रावण का जन्म स्थान कहाँ है,  रावण किस जाति का था,  रावण की कहानी,  रावण की जाति क्या थी,  रावण के माता पिता का नाम,  शिल्पकला,  सेतगंगा  

2012-02-13T23:18:47+05:30
Indian Spiritual Team
Indian Spiritual
Tags: #conclusion of janaki temple,  #findings of janaki temple,  #history of ram janaki temple,  #janaki temple essay,  #Lord Rama,  #make a speech on ram janaki temple,  #methodology of janaki temple,  #objectives of janaki temple,  #Ram Janaki Temple,  #Ram Tekri,  #ram tekri pune,  #ravana,  #छत्तीसगढ़,  #भगवान जगन्नाथ स्वामी,  #भगवान राम,  #राम जानकी का मंदिर,  #राम जानकी मंदिर अयोध्या उत्तर प्रदेश,  #राम जानकी मंदिर बाबई,  #राम जानकी मंदिर बिहार,  #राम जानकी मंदिर वीडियो,  #राम जानकी मंदिर सीतामढ़ी बिहार,  #राम जानकी मंदिर हरदोई,  #राम जानकी मंदिर हरदोई उत्तर प्रदेश,  #राम-जानकी मंदिर,  #रावण,  #रावण का इतिहास,  #रावण का गांव,  #रावण का गोत्र क्या था,  #रावण का जन्म स्थान,  #रावण का जन्म स्थान कहाँ है,  #रावण किस जाति का था,  #रावण की कहानी,  #रावण की जाति क्या थी,  #रावण के माता पिता का नाम,  #शिल्पकला,  #सेतगंगा  
................... विज्ञापन ...................

ट्रेंडिंग टापिक

#सपने में घर की छत गिरते देखना#पुरुष की बायीं भुजा फड़कना#सपने में खुद को शौच करते देखना#Chipkali Ka Peshab Karna#सपने में इमारत का गिरना#Sapne Me Pita Ko Bimar Dekhna#Chipkali Ka Zameen Par Girna#जामवंत की पत्नी का नाम क्या था#Gems Stone (रत्न स्टोन)#Dream Meaning (स्वप्न फल)

पॉपुलर पोस्ट

  • List of Famous Indian Festival
  • Complete List of Indian Festival
  • ये 10 सपने बताते हैं घर में आने वाली है बड़ी खुशी
  • यह 10 सपने धन हान‌ि का संकेत माने जाते हैं
  • इन 10 अंगों पर छ‌िपकली का ग‌िरना अशुभ, यह होता है अंजाम
  • जानिए शरीर के किस अंग के फड़कने का क्या होता है मतलब !
  • जाने आखिर कैसे हुआ था रीछ मानव जामवन्त का जन्म, तथा उनसे जुड़े अनोखे राज !
  • एक रहस्य, ‘ब्रह्मा’ ने किया था अपनी ही पुत्री ‘सरस्वती’ से विवाह !

नया पोस्ट

  • Maha Shivratri 2021: महाशिवरात्रि पूजा का पर्व तिथि व शुभ मुहूर्त
  • महाशिवरात्रि पर इस तरह से करेंगे भगवान शिव की पूजा तो बसरेगी उनकी कृपा !
  • क्‍या है भगवान शिव के बड़े भक्‍त भस्मासुर की कहानी
  • क्‍या है शिवलिंग पर दूध चढ़ाने का वैज्ञानिक रहस्‍य?
  • भगवान शिव को नीलकंठ क्यों कहा जाता है?
  • शिवरात्रि स्‍पेशल: आखिर क्‍यूं पीते हैं भगवान शंकर भांग?
  • महाशिवरात्रि पर भोलेबाबा को खुश करने के लिए चढ़ाएं ये चीजें, पूरे होंगे सभी काम
  • महाशिवरात्रि पूजा विधि: इन मंत्रों के जाप के साथ इस तरह करें पूजा, पूरी होगी मनोकामना
  • महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर क्यों चढ़ाते हैं सिंदूर?
  • जाने शिवजी से जुडी चीज़ें सपने में दिखाई देने का क्या होता है अर्थ !
  • भीमशंकर ज्योतिर्लिंग – कुंभकर्ण के पुत्र को मार कर यहां स्थापित हुए थे भगवान शिव
  • भोजेश्वर मंदिर : यहाँ है एक ही पत्थर से निर्मित विशव का सबसे बड़ा शिवलिंग
  • महाशिवरात्रि के अवसर कीजिये इनमे से कोई 1 उपाय, दूर हो जायेगी सारी दरिद्रता
  • जानिए valentine day के अनोखे 10 फन फैक्ट्स
  • वेलेंटाइन डे पर आजमाएं ज्योतिष के ये टोटके, मिलेगा मनचाहा वेलेंटाइन

© Copyright 2021, Indian Spiritual: All about the spiritual news articles from around the globe in Hindi. All rights reserved.
Our Group Sites: Gotals | PardaPhash News | Holiday Travel