घर, जिससे हम ना चाह कर भी कुछ नहीं छुपा सकते। इसकी रंगीन दीवारे चुपके से हमारी सीरी बाते सुन रही हैं, हवा में लहराते पर्दे हमारी खुशियों में झूम रहे हैं। बिसतर पर बिछी चादर खुद में हमारे आंसूओं को समेट रही है और घर के दरवाज़े, आने वाल हर शख्स की आहट को…
घर, जिससे हम ना चाह कर भी कुछ नहीं छुपा सकते। इसकी रंगीन दीवारे चुपके से हमारी सीरी बाते सुन रही हैं, हवा में लहराते पर्दे हमारी खुशियों में झूम रहे हैं। बिसतर पर बिछी चादर खुद में हमारे आंसूओं को समेट रही है और घर के दरवाज़े, आने वाल हर शख्स की आहट को पहचानते हैं।
इतने करीब रह कर हमारा घर स्वयं में हमारी नकारात्मक ऊर्जा को समेट लेता है जो कई बार हमारी उदासी या जीवन में पैदा होने वाली रूकावटों का कारण बनते हैं। ऐसी नकारात्मक ऊर्जा को घर से बाहर निकालने के लिए हम आपके लिए कुछ उपाय ले कर आए हैं।
तो अगर आपको भी ऐसा लगता है कि घर में घुसते ही तनाव का माहौल भर उठता है और मन में उदासी होने लगती है तो आपको जरुर आजमाने चाहिये ये तरीके।
हमारी नकारात्मक ऊर्जा केवल हमारे साथ नहीं चलती बल्कि हम जिन चीज़ों का इस्तेमाल करते हैं उनमें बस जाती है। घर के पर्दे, दीवारे या घर का फर्नीचर हमें हमारे मुश्किल वक्त का एहसास कराता रहता है, जैसे उस ने भी वह पल जीया हो। अतः अगर आप किराए पर घर ढूंढ रहे हैं तो बेहतर होगा कि एक वेल फर्निश्ड घर की बजाय एक खाली मकान खरीदें। घर में प्रवेश करने से पहले मकान मालिक से कह कर घर की पेंटिंग कराएं तथा प्रवेश करने से एक दिन पहले पूरे घर में नमक के पानी से पोछा लगाएं एवं घर के दरवाज़े एवं खिडकियों को भी अच्छे से पोछें।
सूरज की किरणों घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर भगाने में बहुत की महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। घर की सारी खिडकियों व दरवाज़ों को खोलें और ताज़ी हवा को अंदर आने दें। आप चाहें तो पंखा भी चला सकते हैं।
एक बाल्टी पानी में एक कप मोटा नमक डालें और इस पानी से पूरे घर में पोछा लगाएं। नमक को काफी शुभ माना जाता है तथा कुछ लोग घर खाली करते वक्त घर में नमक छोड कर जाते हैं। नमक आपके घर में नकारात्मकता को प्रवेश करने से रोकता है। यदि आप अपने घर के माहौल को सकारात्मक बनाए रखना चाहते हैं तो माह में एक दिन इस नमक वाले पानी से अपने घर में पोछा लगाएं।
अगरबत्ती और धूप में मौजूद खुशबू आपके घर को महक से भर देगी। ये सुगंधित चीज़ें आपके घर को एक नई ऊर्जा के साथ भरती हैं।
कहते हैं कि तिल के तेल को जलाने से आपके आस-पास बुरी शक्तियां नहीं भटकती। यह काला जादू को भी विफल करने की शक्ति रखता है।
यदि आपको कोई मंत्र या शल्को आता है तो रोज सुबह नहाने के बाद उसका उच्चारण करें। घर के वातावरण को भक्तिमय बनाने के लिए किसी भजन गायक की सीडी चलाएं। इस तरह आपका मन शांत रहेगा एवं आप अपने दिन की शुरूआत सही तरीके से कर पाएंगे। यह आदत आपके ध्यान को केंद्रित रखती है एवं आपके मन में बुरे विचारों को पनपने से रोकती है। चाहे तो इसे आज़मा कर देख सकते हैं।
घर में प्रवेश करने से पहले भगवान का आशीर्वाद लें। इसके लिए आप किसी पंडित को बुलाकर हवन या पूजा करवाएं। भगवान के आशीर्वाद से रखा गया पहला कदम आपके लिए शुभ साबित होगा।
ध्यान, आपके विचलित मन को शांति से भरता है। ध्यान करने के बाद व्यक्ति को सुकून महसूस होता है। प्राणायाम वायु के माध्यम से आपके शरीर में मौजूद अशुद्धियों को बाहर निकालता है। प्राणायाम से आप अपनी भावनाओं पर काबू पा सकते हैं।
अक्सर हमारे पास पुरानी चीज़ों का अंबार लगा होता है। इन पुरानी चीज़ों के साथ हमारी पुरानी यादें भी जुडी होती हैं। कुछ अच्छी तो कुछ बुरी। जब तक आप पुरानी चीजों को निकाल बाहर नहीं करेंगे नई चीजों के लिए स्थान नहीं बनेंगे। आप चाहें तो इन चीजों को दान में दे सकते हैं या बेच भी सकते हैं।
घर के कोनों की अच्छे से सफाई करें तथा टूटी व बेकार पडी चीजों को बाहर फेंके। अपने घर को साफ व सही ठंग से सजाकर रखें क्योंकि खूबसूरत वस्तु अपनी जगह पर सजी अच्छी लगती है। ऐसे सजे हुए घर में बैठकर आपको भी अच्छा महसूस होगा और इसका सीधा प्रभाव आपके मन पर पडेगा।
कई बार हम घर के कोनों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं और ये स्थान अनचाही शक्तियों का आवास स्थान बन जाता है। ऐसी शक्तियों को अपने घर से बाहर निकालने के लिए आप एक कटोरी पानी में मोटा नमक मिलाकर घर के कोनों में 30 मिनट के लिए रखें और फिर बाद में पानी को बाहर फेंक दें। आप चाहें तो इन कोनों में कपूर या धूप भी जला सकते हैं।
हमें अकसर अपने घर की वस्तुओं को बदलते रहना चाहिए। यह बदलाव हमारे जीवन में नई ऊर्जा को भरता है। हमें ऐसा महसूस कराता है जैसे हम एक नए घर में रह रहे हैं। पुराने पर्दे, डोरमेट या चादरें भी आपके मूड को बिगाड सकती हैं। ऐसे में ये छोटे-छोटे बदलाव आप में नई जान फूंक सकते हैं।
दीवार पर किसी पसंदीदा संत की तस्वीर टांगें या घर के किसी प्रिय स्थान में उनकी एक प्रतिमा रखें। कहते हैं कि ऐसे लोगों की प्रतिमाएं आपके घर को खुशाली से भरती हैं।
पेड की छाया में मिलने वाला सुकून महलों की दीवारों में नहीं होता। इन पेडों की हरियाली और फूलों की सुंदरता किसी भी उदास चहरे पर मुस्कान बिखेर सकती है। बागवानी, खुद को व्यस्थ रखने का एक अच्छा तरीका है। यदि आपके घर में बागवानी के लिए स्थान हो तो उसे व्यर्थ ना जाने दें। आप चाहे तो बालकनी में भी कुछ गमले रख सकते हैं।
मांसाहारी भोजन, शराब और अत्यधिक सेक्स से दूर रहें। ऐसी आदते आपके आस-पास नकारात्मकता का जाल बुन सकती हैं।