बहन-भाई के प्रेम के प्रतिक इस पर्व को लेकर काफी कथाएं प्रचलित हैं। मान्यता है कि यमी यमराज की बहन हैं जिनसे यमराज काफी प्रेम व स्नेह रखते हैं। कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को एक बार जब यमराज यमी के पास पहुंचे तो यमी ने अपने भाई यमराज की खूब सेवा सत्कार की।All…
बहन-भाई के प्रेम के प्रतिक इस पर्व को लेकर काफी कथाएं प्रचलित हैं। मान्यता है कि यमी यमराज की बहन हैं जिनसे यमराज काफी प्रेम व स्नेह रखते हैं। कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को एक बार जब यमराज यमी के पास पहुंचे तो यमी ने अपने भाई यमराज की खूब सेवा सत्कार की।
बहन के सत्कार से यमराज काफी प्रसन्न हुए और उनसे कहा कि बोलो बहन क्या वरदान चाहिए? भाई के ऐसा कहने पर यमी बोली की जो प्राणी यमुना नदी के जल में स्नान करे वह यमपुरी न जाए। यमी की मांग को सुनकर यमराज चिंतित हो गये।
यमी भाई की मनोदशा को समझकर यमराज से बोली अगर आप इस वरदान को देने में सक्षम नहीं हैं तो यह वरदान दीजिए कि आज के दिन जो भाई बहन के घर भोजन करे और मथुरा के विश्राम घट पर यमुना के जल में स्नान करे उस व्यक्ति को यमलोक नहीं जाना पड़े।
तब से ही यह प्रथा बन गई कि आज के दिन भाई अपनी बहनों के घर जाते हैं और उनसे टिका कराते हैं ताकि उनकी आयु बढ़े। प्रेम और त्याग का यह पर्व उत्तर भारत में बहुत ज्यादा लोकप्रिय है। आज हर भाई के मस्तक पर बहनें टीका करती हैं और उनकी लंबी आयु और तरक्की की कामना करती हैं।
यह आलेख निम्नलिखित के बारे में जानकारी प्रदान करता है : art, bhai dooj, Bhai Dooj Katha, bhai dooj katha story, bhai dooj ki lok katha, Bhai Dooj Story Bhai dooj Katha Mahatva history inn Hindi, bhai dooj vidhi in hindi, bhai doojin hindi, bhaiya dooj story, culture, dipawali, Diwali, essay on bhai dooj in hindi, festival, hindu, holi bhai dooj kahani in hindi, holi bhai dooj story, holi ki bhai dooj ki katha, India, Yamraj, कला, त्योहार, दिवाली, भाई दूज की कथा, भाई दूज की बधाई, भाई दूज पर निबंध, भाई दूज महत्व, भाई दूज व्रत कथा भैया दूज की कथा, भाई दूज स्टोरी, भाई दूज २०१८, भाईदूज, भारत, भैया दूज पर कविता, भैया दूज फिल्म, यमराज, संस्कृति, होली भाई दूज