दिल्ली के एतिहासिक मंदिर | Religious Temples in Delhi : भारत की राजधानी दिल्ली केवल अपने इतिहास या राजनीतिक स्थलों के लिए ही नहीं जानी जाती बल्कि यह अपनी ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों के लिए भी जानी जाती है, जिसमें अक्षरधाम मंदिर की सुंदरता है तो बंगला साहिब गुरुद्वारे की गुरुवाणी भी, जहां हजरत निजामुद्दीन दरगाह…
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दिल्ली के एतिहासिक मंदिर | Religious Temples in Delhi : भारत की राजधानी दिल्ली केवल अपने इतिहास या राजनीतिक स्थलों के लिए ही नहीं जानी जाती बल्कि यह अपनी ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों के लिए भी जानी जाती है, जिसमें अक्षरधाम मंदिर की सुंदरता है तो बंगला साहिब गुरुद्वारे की गुरुवाणी भी, जहां हजरत निजामुद्दीन दरगाह है तो ऐतिहासिक गुरुद्वारा शीशगंज भी. दिल्ली में कई ऐसे धार्मिक केंद्र हैं जहां जाने पर एक अलग ही प्रकार की अनुभूति होती है.
यदि आप दिल्ली की सैर को जाना चाहते हैं तो आप इन धार्मिक स्थलों पर भी अवश्य जाएं. आइए जानते हैं इनके बारे में:
#1. अक्षरधाम मंदिर
अक्षरधाम मंदिर स्वामीनारायण संप्रदाय का एक प्रमुख स्थल है. यह मंदिर कोणार्क, सोमनाथ तथा बद्रीनाथ मंदिर से प्रेरणा लेकर बनाया गया है तथा भारत के सबसे बड़े हिंदू मंदिरों में से एक है. यहां पर करीब 10,000 पर्यटक प्रतिदिन आते हैं. अगर आप अक्षरधाम मंदिर कभी जाएं तो यहां के संस्कृति दर्शन, साउंड एंड लाइट शो तथा म्यूजिकल फाउंटेन देखना ना भूलें.
#2. लोटस टेंपल
लोटस टेंपल, बहाई धर्म के लोगों का एक प्रमुख प्रार्थना स्थल है, लेकिन यहाँ पर लगभग सभी धर्म के लोग आते हैं तथा अपने-अपने अपने अपने इष्ट देवों का ध्यान करते हैं. यह मंदिर कमल के फूल के आकार में बना हुआ है, जिसने कई अवार्ड भी जीते हैं. यह आज भी पूरी दुनिया में मशहूर है.
#3. हजरत निजामुद्दीन दरगाह
यह दरगाह मशहूर संत निजामुद्दीन ओलिया की मजार है, जिसे इस्लाम में विश्वास रखने वाले तथा संगीत प्रेमियों के लिए बेहद खास माना जाता है. यहां पर भी सभी धर्मों के लोग सम्मान भाव से आते हैं.
#4. गौरी शंकर मंदिर तथा दिगंबर जैन लाल मंदिर
यह दोनों मंदिर हिंदू तथा जैनी संप्रदाय के लोगों के विश्वास को दर्शाते हैं. गौरी शंकर मंदिर दिल्ली का एक ऐतिहासिक मंदिर माना जाता है जो दिल्ली विजय के दौरान मराठों के द्वारा बनवाया गया था तथा दिगंबर जैन लाल मंदिर भी पूरी दिल्ली के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है.
#5. छतरपुर मंदिर
छतरपुर मंदिर का वास्तविक नाम श्री कात्यायनी शक्तिपीठ मंदिर है, लेकिन आम बोलचाल की भाषा में लोग इसे छत्तरपुर मंदिर के नाम से ही जानते हैं. यह मंदिर दक्षिणी दिल्ली के ऐतिहासिक महरौली इलाके में स्थित है. यह मंदिर देश के सबसे बड़े मंदिरों में से एक माना जाता है जो करीब 70 एकड़ में बना हुआ है. इस मंदिर की स्थापना प्रसिद्ध संत श्री नागपाल बाबा ने 1974 में की थी.
#6. छतरपुर मंदिर
दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस में स्थित है गुरुद्वारा बंगला साहिब जो दिल्ली में स्थित सिखों के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है. यह गुरुद्वारा अपने विशिष्ट डिजाईन तथा सरोवर के लिए भी जाना जाता है.
#7. कालकाजी मंदिर
लोटस टेंपल से कुछ ही मिनटों की दूरी पर स्थित है दिल्ली का प्रसिद्ध कालकाजी मंदिर जिसके बारे में कहा जाता है कि स्वयं पांडवों ने यहां मां कालका माई की आराधना की थी. नवरात्रों में यहां अपार भीड़ उमड़ती है तथा माना जाता है कि यहां जो सच्चे मन से मन्नत मांगता है, उसकी मुराद अवश्य ही पूरी होती है. यह मंदिर गोलाई लिए हुए लाल ईंटों से बना हुआ है तथा जो भी व्यक्ति यहां आता है उसे एक अद्भुत अनुभूति अवश्य ही होती है.
#8. गुरुद्वारा शीश गंज
गुरुद्वारा शीशगंज दिल्ली के ऐतिहासिक मंदिरों में से एक है जो अपने आप में इतिहास समेटे हुए हैं. गुरुद्वारा शीशगंज गुरु तेग बहादुर जी की याद में बनाया गया है जहां पर मुगलों द्वारा इस्लाम धर्म कबूल ना करने पर इनका शीश काट दिया गया था. संपूर्ण भारत तथा देश विदेशों से अनेक शिक्षण श्रद्धालु यहां पर आते रहते हैं. यहाँ पर चलने वाला गुरु का लंगर भी विश्व प्रसिद्द हैं.
#9. भैरव मंदिर
श्री किलकारी भैरव मंदिर जिसे भैरव मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, दिल्ली में पुराने किले के पिछली तरफ स्थित है तथा विश्वास किया जाता है कि यह मंदिर पांडवों द्वारा निर्मित किया गया था, जहां पर स्वयं पांडवों ने भगवान भैरव की आराधना की थी. यहां पर कुछ श्रद्धालु प्रसाद के रूप में शराब भी चढ़ाते हैं, जिसके बारे में माना जाता है कि यह बुरी आदतों का भी भक्षण कर लेते हैं. इस मंदिर के साथ में ही दूधिया भैरव स्थित है जहां पर प्रसाद स्वरुप दूध चढ़ाया जाता है.
#10. मरघट वाले हनुमान मंदिर
पुरानी दिल्ली का प्रसिद्ध मरघट वाला हनुमान मंदिर पुराने बस अड्डे के पास स्थित है. प्राचीन समय में इस मंदिर की जगह पर एक विशाल श्मशान घाट हुआ करता था तथा यह मंदिर उसके बीच में स्थित था. परंतु समय बीतने के साथ-साथ श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती गई तथा श्मशान घाट को यहां से हटा दिया गया. परंतु यह मंदिर वहीं पर स्थित है.
यह मंदिर भी अत्यंत चमत्कारिक और सिद्धिदायक माना जाता है, जहां हर मंगलवार व शनिवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है.
#11. झंडेवाला मंदिर
यह मंदिर मां दुर्गा को समर्पित है तथा यह मंदिर प्रसिद्ध बद्री भगत के द्वारा निर्मित है. जिनके बारे में कहा जाता है कि यह साक्षात मां दुर्गा से बात कर सकते थे. यहां पर दुर्गा की मूर्ति स्वयं भूमि से अवतरित हुई मानी जाती है तथा लोगों की इस मंदिर में तथा अपार श्रद्धा है. एक बात ध्यान देने योग्य है कि स्वयं प्रगट मूर्ति इस मंदिर के गर्भगृह में स्थित है, जबकि ऊपर स्थित मूर्ति बाद में स्थापित की गई है. यहां नवरात्रों को भारी मेला लगता है.
#12. साईं बाबा मंदिर
दिल्ली के पॉश इलाके लोधी रोड पर स्थित है प्राचीन साईं बाबा मंदिर. इस मंदिर से जुड़ी हुई भी अनेक कहानियां प्रसिद्ध है तथा यह दिल्ली का सबसे बड़ा साईं बाबा मंदिर माना जाता है, जहां हर वीरवार को भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं.
#13. उत्तर स्वामी मलाई मंदिर
उत्तर स्वामी मलाई मंदिर को दक्षिण भारत मंदिर के नाम से भी जाना जाता है जो आर के पुरम सेक्टर 7 में स्थित है. यह मंदिर भगवान मुरुगन को समर्पित है. यह मंदिर अपनी विशेष वास्तुकला के लिए भी जाना जाता है जिसमें सीमेंट का इस्तेमाल नहीं किया जाता है तथा यह हिंदुओं के उन गिने-चुने विशेष धार्मिक स्थानों में से एक है जहां तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयाली समाज के लोग साथ मिलकर भगवान मुरुगन की साधना एवं आराधना करते हैं.
#14. श्री जगन्नाथ मंदिर
जगन्नाथ मंदिर को भारत के चार धामों में से एक माना जाता है जो उड़ीसा के पुरी धाम में स्थित है, लेकिन इस विशाल मंदिर का एक छोटा स्वरूप दिल्ली के हॉज खास में भी बनाया गया है, जिसे भी जगन्नाथ मंदिर कहा जाता है. यहां ओड़िया समाज के लोगों का भारी ताता सदैव लगा रहता है तथा यहां पर समय-समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया किए जाते हैं. यह मंदिर भगवान जगन्नाथ के अलावा भगवान बलभद्र तथा मां सुभद्रा और सुदर्शन चक्र को समर्पित है. पूरी की रथ यात्रा के दौरान यहां पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.
#15. शीतला माता मंदिर
शीतला माता मंदिर गुड़गांव रेलवे स्टेशन के निकट शीतला माता रोड पर स्थित है जो दिल्ली के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है. यह मंदिर शीतला माता को समर्पित है. इस मंदिर का संबंध दुनिया के महानतम गुरु द्रोणाचार्य से भी जोड़ा जाता है.
#16. इस्कॉन टेंपल
इस्कॉन मंदिर दिल्ली के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है तथा जो भी व्यक्ति दिल्ली घूमने के लिए आता है वह इस्कॉन मंदिर जाना नहीं भूलता. यह मंदिर भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है जो दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश कि हरे कृष्णा पहाड़ी पर स्थित है. यह मंदिर अपने अद्भुत वास्तु शिल्प तथा बनावट के लिए जाना जाता है.
#17. बिरला मंदिर
बिरला मंदिर को दिल्ली की शान कहा जाता है, यह कनॉट प्लेस के निकट मंदिर मार्ग पर स्थित है. यह मंदिर भगवान विष्णु तथा माता लक्ष्मी को समर्पित है इस मंदिर का निर्माण भारत के प्रसिद्ध उद्योगपति बी डी बिरला द्वारा 1930 में किया गया था. यह दिल्ली की एक ऐतिहासिक इमारत के रूप में जाना जाता है, जिसका वास्तुशिल्प अपने आप में सबसे अद्भुत कहा जाता है.
#18. योग माया मंदिर
यह मंदिर दिल्ली का एकमात्र ऐसा मंदिर है जो कि भगवान विष्णु की शक्ति योग माया को समर्पित है. यह दिल्ली के पॉश इलाके महरौली के अंदर स्थित है. माना जाता है कि यह मंदिर करीब 5000 साल पुराना है तथा अनेक आक्रमण एवं बाधाओं के बावजूद यह मंदिर आज तक सुरक्षित है. अक्टूबर महीने के दौरान जब प्रसिद्ध फूल वालों की सैर उत्सव शुरू होता है तब इस मंदिर की रौनक देखते ही बनती है बहुत से श्रद्धालु कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह से चलते हुए योग माया मंदिर तक जाते हैं तथा मां योग माया को फूल अर्पण करते हैं.