मंदिरों में सामन्य तौर पर नारियल, मिश्री, मखाने, चने या कोई मिठाई प्रसाद के तौर पर दी जाती है। लेकिन भारत में कुछ मंदिर ऐसे है जहाँ कुछ हट के प्रसाद दिया जाता है और कुछ मंदिरों में तो ऐसा प्रसाद दिया जाता है जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। आज इस लेख में…
यह आलेख निम्नलिखित के बारे में जानकारी प्रदान करता है : Alagar temple and Ambalapuzha Sree Krishna temple and Balasubramaniam temple and Bikaner and Chinese kali temple and Dhandayuthapani swamy temple and Guwahati and Jagannath temple and Kamakhya Devi temple and Karni Mata Temple and Kerala and Khabees baba temple and Kolkata and Madurai and Mahadeva Temple and Palani and Puri and Sitapur and Tangra and Thrissur and अमाब्लापुझा and अलागार मंदिर and अलेप्पी and करणी माता मंदिर and कामाख्या देवी मंदिर and कोलकाता and खबीस बाबा मंदिर and गुवाहाटी and चाइनीज काली मंदिर and जगन्नाथ मंदिर and थ्रिसुर and धनदायुथपानी स्वामी मंदिर and पलानी and पुरी and बालसुब्रमणिया मंदिर and बीकानेर and मदुरै and महादेव मंदिर and श्री कृष्ण मंदिर and सीतापुर
मंदिरों में सामन्य तौर पर नारियल, मिश्री, मखाने, चने या कोई मिठाई प्रसाद के तौर पर दी जाती है। लेकिन भारत में कुछ मंदिर ऐसे है जहाँ कुछ हट के प्रसाद दिया जाता है और कुछ मंदिरों में तो ऐसा प्रसाद दिया जाता है जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। आज इस लेख में हम आपको भारत के 10 ऐसे ही मंदिरों के बारे में बताएँगे।
1. बीकानेर, करणी माता मंदिर (Karni Mata Temple, Bikaner)
राजस्थान के बीकानेर में स्तिथ यह मंदिर चूहों वाला मंदिर और करणी माता, चूहों वाली माता के नाम से भी जानी जाती है। इस मंदिर में 20000 से ज्यादा चूहें रहते है। इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है की यहाँ चूहों का जूठा प्रसाद भक्तों को दिया जाता है। यहाँ पर रहने वाले चूहें माता की संतान माने जाते है।
2. थ्रिसुर, महादेव मंदिर (Mahadeva Temple, Thrissur)
केरल के थ्रिसुर महादेव मंदिर में प्रसाद के रूप में भक्तों को खाने की सामग्री की बजाए ब्रोशर्स, सीडी-डीवीडी और टैक्स्ट बुक्स वितरित की जाती हैं। मंदिर ट्रस्ट का मानना है कि ज्ञान के प्रचार आैर प्रसार से बढ़कर अन्य कोई प्रसाद हो ही नहीं सकता।
3. पुरी, जगन्नाथ मंदिर (Jagannath temple, Puri)
जगन्नाथ मंदिर से आरंभ होने वाली रथयात्रा विश्व भर में लोगों की आस्था का केंद्र है। इस मंदिर में भगवान को प्रसाद के रूप में 56 व्यंजनों का भोग लगाया जाता है। उसके बाद जिन भक्तों ने इस प्रसाद को ग्रहण करना हो वह आनंद बजार के स्टॉल्स से इसे खरीद लेते हैं।
4. कामाख्या देवी मंदिर, गुवाहाटी (Kamakhya Devi temple, Guwahati)
हर वर्ष गुवाहाटी के कामाख्या देवी मंदिर में भव्य मेले का आयोजन किया जाता है। मेले के दौरान 3 दिन के लिए मां के दर्शन आम भक्तों के लिए बंद कर दिए जाते हैं और चौथे दिन जब मंदिर के द्वार खुलते हैं तो बहुत बड़ी संख्या में भक्तों का तांता मां के दर्शन के लिए लग जाता है। प्रसाद के रूप में प्रत्येक भक्त को एक गीला कपड़ा प्राप्त होता है। कहा जाता है की ये कपड़ा मां के रज से भीगा होता है। कामाख्या देवी की सम्पूर्ण कहानी यहाँ पढ़े
5. बालसुब्रमणिया मंदिर, अलेप्पी (Balasubramaniam temple, Kerala)
है बालसुब्रमणिया मंदिर। बालामुरुगन भगवान को चॉकलेट बहुत प्रिय है। इसलिए यहां भगवान को प्रसाद के रूप में चॉकलेट ही अर्पित की जाती है और चॉकलेट का ही प्रसाद वितरित किया जाता है।
6. चाइनीज काली मंदिर, कोलकाता (Chinese kali temple, Tangra, Kolkata)
कोलकाता के टांगरा में बनें चाइनीज काली मंदिर में नूडल्स का प्रसाद मिलता है।
7. अलागार मंदिर, मदुरै (Alagar temple, Madurai)
कहा जाता है जैसा देश वैसा भेस तमिलनाडू के मदुरै में बने भगवान विष्णु के अलागार मंदिर में प्रसाद के रूप में डोसा मिलता है।
8. धनदायुथपानी स्वामी मंदिर, पलानी (Dhandayuthapani swamy temple, Palani)
तमिलनाडू के पलानी में अवस्थित भगवान मुरुगन के मंदिर में प्रसाद के रूप में पांच फल, गुड़ और शुगर कैंडी को मिलाकर “जैम” जैसी खाद्य सामग्री प्रसाद के रूप में दी जाती है।
9.अमाब्लापुझा, श्री कृष्ण मंदिर (Ambalapuzha Sree Krishna temple)
केरल के थिरुवंथपुरुम के समीप ही बने अमाब्लपुझा में भगवान कृष्ण के मंदिर में प्रसाद के तौर पर दूध, चीनी और चावल से निर्मित पायसम मिलता है।
10. खबीस बाबा मंदिर, सीतापुर (Khabees baba temple, Sitapur)
उत्तरप्रदेश के सीतापुर में स्थित खबीस बाबा मंदिर में शराब का प्रसाद अर्पित किया जाता है और प्रसाद के रूप में वही शराब भक्तों में वितरित कर दी जाती है।