महाभारत में जब पांडव अज्ञातवास पर थे तब उस समय भीम को हनुमान जी के दर्शन जंगल में हुए थे. रामायण में यह किस्सा इस तरह से है कि एक बार द्रोपदी को एक ख़ास कमल का फूल मिला था और द्रोपदी भीम से इस तरह के और फूल जंगल से लाने के लिए भीम…
महाभारत में जब पांडव अज्ञातवास पर थे तब उस समय भीम को हनुमान जी के दर्शन जंगल में हुए थे. रामायण में यह किस्सा इस तरह से है कि एक बार द्रोपदी को एक ख़ास कमल का फूल मिला था और द्रोपदी भीम से इस तरह के और फूल जंगल से लाने के लिए भीम को कहती है.
भीम जंगल में चलते-चलते गंधमादन पर्वत के आसपास कहीं पहुचे थे तो हनुमान को यह स्थान भीम के लिए सही नहीं लगा था और तब हनुमान एक बीमार वानर के रूप में भीम को मिले थे. बाद में भीम को हनुमान ने अपने साक्षात दर्शन करवाए थे और तब हनुमान ने भीम से काफी समय तक बातचीत भी की थी.
बातें जो हनुमान ने भीम को बताई
1. कलयुग में नाम जपने से होगा बेड़ा पार
हनुमान जी ने भीम को सबसे पहले सतयुग की बातें बताई थीं. सतयुग में मूर्ति पूजा करने से भी लोगों को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती थी लेकिन आने वाला समय कलयुग होगा और इस युग में मूर्ति पूजा से मोक्ष प्राप्त नहीं होगा. कलयुग में जो व्यक्ति सच्चा नाम जाप करेगा, उसी को मोक्ष प्राप्त होगा.
2. भगवान राम की महिमा
भीम, हनुमान जी से उत्सुकता पूर्वक फिर भगवान राम की महिमा का गुणगान करने को कहते हैं. तब हनुमान बताते हैं कि राम का नाम किसी का भी बेड़ा पार कर सकता है. व्यक्ति किसी भी तरह की मुसीबत में क्यों ना हो बस बस सच्चे दिल से राम नाम पुकारता है तो यही राम नाम उसकी मदद जरुर करता है.
3. कलयुग का सबसे बड़ा पाप
कई जगह हनुमान और भीम की मुलाकात को विस्तार से बताया गया है. उसी जगह ऐसा भी जिक्र है कि भीम ने कलयुग का सबसे बड़ा पाप क्या होगा, ऐसा हनुमान जी से पूछा था. तब हनुमान जी बताते हैं कि किसी भी निंदा और चुगली करने में कलयुग के लोगों को बहुत अच्छा लगा करेगा. लेकिन किसी की निंदा और चुगली करना कलयुग का सबसे बड़ा पाप होगा. निंदा उसी तरह से होगी जैसे आप किसी की हत्या करते हो.
4. संसार में रहते हुए कैसे ईश्वर की प्राप्ति की जाए
इस सवाल का जवाब हनुमान जी देते हैं कि हर व्यक्ति को कर्म जरुर करने चाहिए. यदि संसार के बंधनों में आप फंस गये हैं तो उनको पूरा भी आपको करना है. लेकिन साथ ही साथ आपको दिन के कुछ घंटे भगवान राम की याद में लगाने ही होंगे. यदि आप ऐसा करेंगे तो आपको ईश्वर की प्राप्ति जरुर होगी.
5. इन्द्रियों को कैसे करें वश में ?
भीम जानते थे कि इन्सान की इन्द्रिया उसके वश में नहीं रहती हैं. तब हनुमान जी बताते हैं कि ईश्वर की सेवा करने और भलाई-अच्छाई के कामों से ही इन्द्रियों को काबू किया जा सकता है. यदि आप ईश्वर को अपने दिल में आने ही नहीं देंगे तो उस खाली घर में बुरी आत्मायें निवास करने लगेंगी. इसलिए ईश्वर को जरुर याद करो.
6. क्या आत्मा बार-बार संसार में आती है?
हनुमान जानते थे कि भीम मृत्यु के बाद के सच को जानना चाहता है. इसलिए भीम को हनुमान ने बताया था कि इन्सान का जन्म बड़े भाग्यों से मिलता है. यहाँ संसार में इन्सान इसलिए आता है ताकि वह ईश्वर को याद करके आवागमन से पार हो सके. यदि इन जन्म में भगवान को याद ना किया जाये तो आत्मा बार-बार संसार में अलग-अलग शरीर के माध्यम से आती रहती है.
7. इंसान के शरीर में है अपार शक्ति
वैसे एक तरह से भीम हनुमान के भाई भी थे. इसलिए वह भीम को बताते हैं कि इन्सान के शरीर में ईश्वर ने अपार शक्तियां दी हैं. लेकिन अज्ञानता के कारण उन शक्तियों को कोई-कोई ही जगा पाता है. इन्सान चाहे तो आसमान को भी धरती पर ला सकता है. इसलिए हे भीम इन्सान को कभी निराश नहीं होना चाहिए. यदि सच्चे दिल से इंसान ईश्वर से मदद मांगे तो ईश्वर हमारी जरुर मदद करता है.
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