कहते हैं हनुमानजी अपने भक्त को हर संकट से बाहर निकाल लाते हैं। भले ही शत्रु का भय हो या रोग की पीड़ा, हनुमान भक्ति के मार्ग से भक्त खुद को हर परेशानी से मुक्त कर लेने में सफल होता है। किंतु शर्त बस इतनी सी है कि दिल से हनुमानजी की भक्ति की जाए।Hanumanji…
कहते हैं हनुमानजी अपने भक्त को हर संकट से बाहर निकाल लाते हैं। भले ही शत्रु का भय हो या रोग की पीड़ा, हनुमान भक्ति के मार्ग से भक्त खुद को हर परेशानी से मुक्त कर लेने में सफल होता है। किंतु शर्त बस इतनी सी है कि दिल से हनुमानजी की भक्ति की जाए।
शास्त्रों और पुराणों में ऐसी कई घटनाओं का वर्णन है जब हनुमानजी ने अपने भक्त की पुकार सुन उसके कष्टों का नाश किया है। हनुमानजी स्वयं एक बहुत भड़े भक्त थे, जिसके बदौलत उन्हें रामभक्त हनुमान के नाम से भी जाना जाता है।
और ऐसे ही भक्त की भक्ति करने वाले का जीवन सफल होना माना गया है। हनुमान जी से जुड़ा हर पाठ, फिर चाहे वह गोस्वामी तुलसीदास रचित हनुमान चालीसा हो या फिर सुंदरकाण्ड का पाठ हो, हर पाठ की पंक्तियों में जादुई शक्ति है जो भक्त के कष्ट हर लेती है।
तुलसीदास जी के अनुसार प्रत्येक मंगलवार यदि सुंदरकाण्ड का पाठ सुन भी लिया जाए तो लाभ प्राप्त होता है।
रोजाना हनुमान चालीसा पढ़ने से आने वाले कष्ट पहले ही रास्ता मोड़ लेते हैं और शनि के प्रकोप से छुटकारा मिलता है।
किंतु विशेष रूप से यदि आप मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा की 11 किताबें दान करेंगे, तो आपकी मांगी हुई मुराद जरूर पूरी होती है। यह बजरंग बली को प्रसन्न करने का सबसे सरल और सटीक उपाय है।
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