Indian Spiritual
  • होम
  • लोकप्रिय
  • धार्मिक तथ्य
  • धार्मिक कथा
  • धार्मिक स्थान
  • ज्योतिष
  • ग्रंथ
  • हस्त रेखाएं
  • व्रत त्योहार
  • तंत्र-मंत्र-यंत्र
होम | व्रत त्योहार | करवा चौथ | Karwa Chauth 2020 Date: जानिए पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, और सावधानियां

Karwa Chauth 2020 Date: जानिए पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, और सावधानियां

Karwa Chauth 2020 Date: जानिए पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, और सावधानियां
In करवा चौथ, व्रत त्योहार
  • Share on Facebook
  • Share on Twitter
  • Share on Email
  • Share on Whatsapp
  • Share on Facebook
  • Share on Twitter

Karwa Chauth 2020 Date in Hindi: करवा चौथ हिन्दुओं के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है जिसे कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं पुरे दिन निर्जला उपवास रखती है और रात में चाँद को अर्घ्य देने के बाद ही अपना व्रत खोलती है। हिन्दू धर्मानुसार पति की…

यह आलेख निम्नलिखित के बारे में जानकारी प्रदान करता है : Karva Chauth and  karva chauth date and  karva chauth kab hai and  karva chauth men chandroday ka samay and  karva chauth news and  Karva Chauth Puja and  karva chauth puja vidhi and  karva chauth rituals for unmarried and  Karva Chauth special and  Karva Chauth today and  karva chauth vrat and  karwa chauth images and  Karwa Chauth in hindi and  karwa chauth in india and  karwa chauth ka upvas and  karwa chauth kab hai and  Karwa Chauth Katha and  Karwa Chauth Puja Vidhi and  karwa chauth puja vrat vidhi and  karwa chauth pujan vidhi and  Karwa Chauth Shubh Muhurat and  Karwa Chauth significance and  Karwa Chauth Story and  Karwa Chauth Vrat Katha and  Karwa Chauth Vrat Katha in Hindi and  karwa chouth and  karwa-chauth and  Karwachauth Katha and  muhurat and  noida news and  shubh muhurat and  significance of karva chauth and  असाडी कब है and  करवा चौथ and  करवा चौथ कथा and  करवा चौथ कब है and  करवा चौथ का महत्व and  करवा चौथ का व्रत and  करवा चौथ की कथा and  करवा चौथ की कहानी and  करवा चौथ की पौराणिक कथा and  करवा चौथ की फोटो and  करवा चौथ के अन्य नाम and  करवा चौथ क्यों मनाया जाता है and  करवा चौथ चन्द्रमा टाइम and  करवा चौथ पूजा के लिए कथा and  करवा चौथ पूजा विधि and  करवा चौथ वीडियो and  करवा चौथ व्रत and  करवा चौथ व्रत कथा and  करवा चौथ व्रत की पूजन विधि and  करवा चौथ शायरी and  करवा चौथ शुभ मुहूर्त पूजा व्रत विधि चंद्रोदय का समय and  गणेश चतुर्थी का चाँद and  चंद्र उदय समय आज and  चंद्र दर्शन कब नहीं करना चाहिए and  चंद्र दर्शन दोष से बचाव and  जल चढ़ाने का तरीका and  जल चढ़ाने का समय and  सूर्य को जल कैसे दे and  सूर्य को जल चढ़ाने से लाभ and  सूर्य को जल देने का सही समय and  सूर्य भगवान को जल चढ़ाने के फायदे and  सूर्यदेव को जल देने की विधि  

Karwa Chauth 2020 Date in Hindi: करवा चौथ हिन्दुओं के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है जिसे कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं पुरे दिन निर्जला उपवास रखती है और रात में चाँद को अर्घ्य देने के बाद ही अपना व्रत खोलती है। हिन्दू धर्मानुसार पति की लंबी आयु और अच्छे सौभाग्य के लिए विवाहित स्त्रियाँ इस व्रत को बड़ी श्रद्धा से रखती है।

Karwa Chauth Date And Puja Muhurat in Hindi :-

करवा चौथ 2020 (Karwa Chauth 2020 Dates and Puja Vidhi in Hindi) : साल 2020 में करवा चौथ 17 अक्टूबर 2020 को है. करवा चौथ के दिन चन्द्रमा निकलने का समय शाम 6:27 से 8:16 तक है.

17 अक्‍टूबर 2020 को करवा चाैथ का पर्व मनाया जाएगा। पूजा का शुभ मुहूर्त 17 अक्‍टूबर 2020 को शाम 6:27 से 8:16 तक का है मतलब करीब एक घंटे  1 घंटे 16 मिनट तक पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा। 17 अक्‍टूबर को चंद्र दर्शन रात करीब 7 बजे होंगे। 17 अक्‍टूबर को शाम 6.27 बजे से चतुर्थी तिथि प्रारंभ हो जाएगी।

{ पढ़ें :- 9 बातें जो आपकी करवा चौथ को हमेशा के लिए यादगार बना देंगी! }

अगले दिन 18 अक्‍टूबर 2020 यानी रविवार को शाम 7:29 पर चतुर्थी तिथि समाप्‍त हो जाएगी। उसी दिन संकष्टी चतुर्थी भी है। करवा चौथ और संकष्‍टी चतुर्थी का व्रत एक ही दिन होगा। संकष्टी चतुर्थी का उपवास भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए रखा जाता है।

करवा चौथ 2020 चंद्रोदय का समय करवा चौथ महिलाओं द्वारा पूरे भारत के साथ-साथ विदेशों में भी रविवार, 17 अक्टूबर 2020 को मनाया जाएगा। 2020 में करवा चौथ पूजा का मूर्हूत करवा चौथ मूर्हूत वह सटीक समय होता है जिसके भीतर ही पूजा करनी होती है।

करवा चौथ महत्व कथा पूजा विधि (Karwa Chauth 2020 Vrat Puja Vidhi, Katha in Hindi) :-

करवा चौथ के दिन चंद्रमा उदय होने का समय सभी महिलाओं के लिए बहुत महत्व का है क्योंकि वे अपने पति की लम्बी उम्र के लिये पूरे दिन (बिना पानी के) व्रत रखती हैं। वे केवल उगते हुये पूरे चाँद को देखने के बाद ही पानी पी सकती हैं।

ये माना जाता है कि, चाँद देखे बिना व्रत अधूरा है और कोई महिला न कुछ भी खा सकती हैं और न पानी पी सकती हैं। करवा चौथ व्रत तभी पूरा माना जाता है जब महिला उगते हुये पूरे चाँद को छलनी में घी का दिया रखकर देखती है और चन्द्रमा को अर्घ्य देकर अपने पति के हाथों से पानी पीती है।

{ पढ़ें :- अर्जुन की पत्नी ने आखिर क्यों रखा था कृष्ण के लिए करवा चौथ का व्रत! }

करवा चौथ का महत्व (Karwa Chauth significance) :-

करवा चौथ व्रत सभी विवाहित महिलाएं अपनी पति की लंबी आयु और अच्छे जीवन की कामना के लिए रखती हैं। ऐसा भी माना जाता है कि कुंवारी लड़कियां भी अच्छे वर की प्राप्ति के लिए करवा चौथ का व्रत रखती है।

करवा चौथ व्रत कथा (Karwa Chauth Vrat Katha) :-

बहुत समय पहले इन्द्रप्रस्थपुर के एक शहर में वेदशर्मा नाम का एक ब्राह्मण रहता था। वेदशर्मा का विवाह लीलावती से हुआ था जिससे उसके सात महान पुत्र और वीरावती नाम की एक गुणवान पुत्री थी। क्योंकि सात भाईयों की वह केवल एक अकेली बहन थी जिसके कारण वह अपने माता-पिता के साथ-साथ अपने भाईयों की भी लाड़ली थी।

जब वह विवाह के लायक हो गयी तब उसकी शादी एक उचित ब्राह्मण युवक से हुई। शादी के बाद वीरावती जब अपने माता-पिता के यहाँ थी तब उसने अपनी भाभियों के साथ पति की लम्बी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत रखा। करवा चौथ के व्रत के दौरान वीरावती को भूख सहन नहीं हुई और कमजोरी के कारण वह मूर्छित होकर जमीन पर गिर गई।

सभी भाईयों से उनकी प्यारी बहन की दयनीय स्थिति सहन नहीं हो पा रही थी। वे जानते थे वीरावती जो कि एक पतिव्रता नारी है चन्द्रमा के दर्शन किये बिना भोजन ग्रहण नहीं करेगी चाहे उसके प्राण ही क्यों ना निकल जायें। सभी भाईयों ने मिलकर एक योजना बनाई जिससे उनकी बहन भोजन ग्रहण कर ले।

उनमें से एक भाई कुछ दूर वट के वृक्ष पर हाथ में छलनी और दीपक लेकर चढ़ गया। जब वीरावती मूर्छित अवस्था से जागी तो उसके बाकी सभी भाईयों ने उससे कहा कि चन्द्रोदय हो गया है और उसे छत पर चन्द्रमा के दर्शन कराने ले आये। वीरावती ने कुछ दूर वट के वृक्ष पर छलनी के पीछे दीपक को देख विश्वास कर लिया कि चन्द्रमा वृक्ष के पीछे निकल आया है।

{ पढ़ें :- List of Famous Indian Festival (प्रसिद्ध भारतीय त्यौहारों की सूची) }

अपनी भूख से व्याकुल वीरावती ने शीघ्र ही दीपक को चन्द्रमा समझ अर्घ अर्पण कर अपने व्रत को तोड़ा। वीरावती ने जब भोजन करना प्रारम्भ किया तो उसे अशुभ संकेत मिलने लगे। पहले कौर में उसे बाल मिला, दुसरें में उसे छींक आई और तीसरे कौर में उसे अपने ससुराल वालों से निमंत्रण मिला। पहली बार अपने ससुराल पहुँचने के बाद उसने अपने पति के मृत शरीर को पाया।

अपने पति के मृत शरीर को देखकर वीरावती रोने लगी और करवा चौथ के व्रत के दौरान अपनी किसी भूल के लिए खुद को दोषी ठहराने लगी। वह विलाप करने लगी। उसका विलाप सुनकर देवी इन्द्राणी जो कि इन्द्र देवता की पत्नी है, वीरावती को सान्त्वना देने के लिए पहुँची।

वीरावती ने देवी इन्द्राणी से पूछा कि करवा चौथ के दिन ही उसके पति की मृत्यु क्यों हुई और अपने पति को जीवित करने की वह देवी इन्द्राणी से विनती करने लगी। वीरावती का दुःख देखकर देवी इन्द्राणी ने उससे कहा कि उसने चन्द्रमा को अर्घ अर्पण किये बिना ही व्रत को तोड़ा था जिसके कारण उसके पति की असामयिक मृत्यु हो गई। देवी इन्द्राणी ने वीरावती को करवा चौथ के व्रत के साथ-साथ पूरे साल में हर माह की चौथ को व्रत करने की सलाह दी और उसे आश्वासित किया कि ऐसा करने से उसका पति जीवित लौट आएगा।

इसके बाद वीरावती सभी धार्मिक कृत्यों और मासिक उपवास को पूरे विश्वास के साथ करती। अन्त में उन सभी व्रतों से मिले पुण्य के कारण वीरावती को उसका पति पुनः प्राप्त हो गया।

करवा चौथ व्रत विधि (Karwa Chauth vrat vidhi) :-

महिलाएं सुबह सूर्योदय से पहले उठकर सर्गी खाती हैं. यह खाना आमतौर पर उनकी सास बनाती हैं. इसे खाने के बाद महिलाएं पूरे दिन भूखी-प्यासी रहती हैं. दिन में शिव, पार्वती और कार्तिक की पूजा की जाती है. शाम को देवी की पूजा होती है, जिसमें पति की लंबी उम्र की कामना की जाती है. चंद्रमा दिखने पर महिलाएं छलनी से पति और चंद्रमा की छवि देखती हैं. पति इसके बाद पत्नी को पानी पिलाकर व्रत तुड़वाता है.

करवा चौथ व्रत सभी विवाहित महिलाएं अपनी पति की लंबी आयु और अच्छे जीवन की कामना के लिए रखती हैं। ऐसा भी माना जाता है कि कुंवारी लड़कियां भी अच्छे वर की प्राप्ति के लिए करवा चौथ का व्रत रखती है।

{ पढ़ें :- Complete List of Indian Festival (भारतीय महोत्सव की सूची) }

करवा चौथ पर इन बातों का रखें विशेष ध्यान :-

  • करवा चौथ का व्रत सूर्योदय से ही प्रारंभ हो जाता है जिसका समापन शाम के समय चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद हो जाता है।
  • चांद को अर्घ्य देने का बाद ही महिलाएं सबसे पहले अपने पति के हांथों से पानी पीती हैं और बाद में पहले पति को भोजन कराकर ही स्वयं खाना खाती हैं।
  • इस दिन शाम के समय की पूजा चंद्रमा के निकलने से पूर्व ही कर ली जाती है। इसके साथ ही करवा माता का भी पूजन कर लिया जाता है।
  • जब महिलाएं करवा चौथ व्रत के पूजा करने जाएं तो व्रत रखने वाली महिला को चेहरा पूरब की तरफ होना अति आवश्यक हैं।
  • करवा चौथ व्रत में महिलाओं को कुछ भी नहीं खाना चाहिए और महिलाओं को पूरे दिन निर्जला व्रत रखना पड़ता हैं।


करवा चौथ, व्रत त्योहार और भारतीय संस्कृति संबंधित ख़बरें

  1. भगवान विष्णु ने देवकी और वसुदेव के घर क्यों लिया कृष्णावतार…

  2. जानिये क्या है श्रीकृष्ण की 16000 पत्नियों का राज ?

  3. जन्माष्टमी का फल चाहिए तो कीजिए जरूर यह व्रत

  4. जन्माष्टमी को सुख-समृद्धि प्राप्ति के लिए करें ये ज्योतिष उपाय

2018-10-14T00:24:14+05:30
Indian Spiritual Team
Indian Spiritual
Tags: #Karva Chauth,  #karva chauth date,  #karva chauth kab hai,  #karva chauth men chandroday ka samay,  #karva chauth news,  #Karva Chauth Puja,  #karva chauth puja vidhi,  #karva chauth rituals for unmarried,  #Karva Chauth special,  #Karva Chauth today,  #karva chauth vrat,  #karwa chauth images,  #Karwa Chauth in hindi,  #karwa chauth in india,  #karwa chauth ka upvas,  #karwa chauth kab hai,  #Karwa Chauth Katha,  #Karwa Chauth Puja Vidhi,  #karwa chauth puja vrat vidhi,  #karwa chauth pujan vidhi,  #Karwa Chauth Shubh Muhurat,  #Karwa Chauth significance,  #Karwa Chauth Story,  #Karwa Chauth Vrat Katha,  #Karwa Chauth Vrat Katha in Hindi,  #karwa chouth,  #karwa-chauth,  #Karwachauth Katha,  #muhurat,  #noida news,  #shubh muhurat,  #significance of karva chauth,  #असाडी कब है,  #करवा चौथ,  #करवा चौथ कथा,  #करवा चौथ कब है,  #करवा चौथ का महत्व,  #करवा चौथ का व्रत,  #करवा चौथ की कथा,  #करवा चौथ की कहानी,  #करवा चौथ की पौराणिक कथा,  #करवा चौथ की फोटो,  #करवा चौथ के अन्य नाम,  #करवा चौथ क्यों मनाया जाता है,  #करवा चौथ चन्द्रमा टाइम,  #करवा चौथ पूजा के लिए कथा,  #करवा चौथ पूजा विधि,  #करवा चौथ वीडियो,  #करवा चौथ व्रत,  #करवा चौथ व्रत कथा,  #करवा चौथ व्रत की पूजन विधि,  #करवा चौथ शायरी,  #करवा चौथ शुभ मुहूर्त पूजा व्रत विधि चंद्रोदय का समय,  #गणेश चतुर्थी का चाँद,  #चंद्र उदय समय आज,  #चंद्र दर्शन कब नहीं करना चाहिए,  #चंद्र दर्शन दोष से बचाव,  #जल चढ़ाने का तरीका,  #जल चढ़ाने का समय,  #सूर्य को जल कैसे दे,  #सूर्य को जल चढ़ाने से लाभ,  #सूर्य को जल देने का सही समय,  #सूर्य भगवान को जल चढ़ाने के फायदे,  #सूर्यदेव को जल देने की विधि  
................... विज्ञापन ...................

ट्रेंडिंग टापिक

#सपने में घर की छत गिरते देखना #पुरुष की बायीं भुजा फड़कना #सपने में खुद को शौच करते देखना #Chipkali Ka Peshab Karna #सपने में इमारत का गिरना #Sapne Me Pita Ko Bimar Dekhna #Chipkali Ka Zameen Par Girna #जामवंत की पत्नी का नाम क्या था #Gems Stone (रत्न स्टोन) #Dream Meaning (स्वप्न फल)

पॉपुलर पोस्ट

  • List of Famous Indian Festival
  • Complete List of Indian Festival
  • ये 10 सपने बताते हैं घर में आने वाली है बड़ी खुशी
  • यह 10 सपने धन हान‌ि का संकेत माने जाते हैं
  • इन 10 अंगों पर छ‌िपकली का ग‌िरना अशुभ, यह होता है अंजाम
  • जानिए शरीर के किस अंग के फड़कने का क्या होता है मतलब !
  • जाने आखिर कैसे हुआ था रीछ मानव जामवन्त का जन्म, तथा उनसे जुड़े अनोखे राज !
  • एक रहस्य, ‘ब्रह्मा’ ने किया था अपनी ही पुत्री ‘सरस्वती’ से विवाह !

नया पोस्ट

  • भगवान विष्णु ने देवकी और वसुदेव के घर क्यों लिया कृष्णावतार…
  • जानिये क्या है श्रीकृष्ण की 16000 पत्नियों का राज ?
  • जन्माष्टमी का फल चाहिए तो कीजिए जरूर यह व्रत
  • जन्माष्टमी को सुख-समृद्धि प्राप्ति के लिए करें ये ज्योतिष उपाय
  • जन्माष्टमी विशेष: भगवान कृष्ण की मृत्यु कैसे हुई?
  • राधा जन्म की कहानी – ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार मां के गर्भ से नहीं जन्मी थी राधा
  • जन्‍माष्‍टमी की पूजा करने की विधि !
  • भगवान श्रीकृष्ण की पूजा में जरूर होनी चाहिए ये 10 चीजें
  • वेलेंटाइन डे पर आजमाएं ज्योतिष के ये टोटके, मिलेगा मनचाहा वेलेंटाइन
  • नवरात्री साल में दो बार क्‍यूं मनाई जाती है?
  • आइये जाने मां दुर्गा की उत्‍पत्ति की कहानी !
  • नवरात्रों में ये 9 काम से परहेज रखनी चाहिए !
  • नवरात्रों में माता को प्रसन्न करने के ये 5 टोटके जो आपके जीवन को खुशियों से भर देंगे !
  • इस पूरे नवरात्र करें 10 महाविद्या की उपासना ! आपके सभी कार्य होंगे सिद्ध !
  • सिंह माता दुर्गा की सवारी कैसे बना ये जानकार हैरान हो जायेंगे आप!

© Copyright 2023, Indian Spiritual: All about the spiritual news articles from around the globe in Hindi. All rights reserved.
Our Group Sites: Gotals | PardaPhash News | Holiday Travel