दान से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है और साथ ही जाने-अनजाने में किए गए पाप कर्मों के फल भी नष्ट हो जाते हैं। शास्त्रों में दान का विशेष महत्व बताया गया है। इस पुण्य कर्म में समाज में समानता का भाव बना रहता है और जरुरतमंद व्यक्ति को भी जीवन के लिए उपयोगी चीजें प्राप्त…
यह आलेख निम्नलिखित के बारे में जानकारी प्रदान करता है : bacho ki padhai ke liye totke and bed and blind and Brahmin ignorant and clothes and cow and Daan karte waqt dhyan and dan and dan kerte samay dhyan dene wali bat and elephant and gems and God manes and gold and grain and grass and horse and kin saman ka daan nahi karna chahiye and kis din kya daan kare and kya daan kare and kya daan karna chahiye and land and lore and mandir me daan and milk and namak ka daan and orphans and padhai ka mantra in hindi and padhai karne ka formula and padhai karne ka sahi time and padhai ke totke in hindi and padhai me man lagane ka saraswati mantra and padhai me man lagane ke jyotish upay and padhai me man lagane ke nuskhe and parasol and poor and purane kpdo ka kya kre and Sesame and sesame old and silver and the deaf and tula rashi walo ko kya daan karna chahiye and Water and Wretched and अंधे and अनाथ and अन्न and इन वस्तुओं का दान कभी मत करें and कन्या and कुश and गाय and गूंगे and घोड़ा and चांदी and छत्र and जरुरतमंद and जल and तिल and दान and दान करते वक़्त ध्यान रखे ये बातें and दीन-हीन and दूध and न करें ये चीजें दान and निर्धन and पितर देवता and ब्राह्मण विद्याहीन and भूमि and भूलकर भी न करें इन चीजों का दान and रत्न and वस्त्र and विद्या and शय्या and सोना and हाथी
दान से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है और साथ ही जाने-अनजाने में किए गए पाप कर्मों के फल भी नष्ट हो जाते हैं। शास्त्रों में दान का विशेष महत्व बताया गया है। इस पुण्य कर्म में समाज में समानता का भाव बना रहता है और जरुरतमंद व्यक्ति को भी जीवन के लिए उपयोगी चीजें प्राप्त हो पाती है।
यहां जानिए दान से जुड़ी ऐसी बातें, जिनका ध्यान रखने पर विशेष फल प्राप्त होते हैं… अन्न, जल, घोड़ा, गाय, वस्त्र, शय्या, छत्र और आसन, इन 8 वस्तुओं का दान, पूरे जीवन शुभ फल प्रदान करता है।
शास्त्रों की मान्यता है कि जब आत्मा देह त्याग देती है तब आत्मा को जीवन में किए गए पाप और पुण्यों का फल भोगना पड़ता है। पाप कर्मों के भयानक फल आत्मा को मिलते हैं।