हिन्दू धर्म में भगवान गणपति को प्रथम पूजनीय देवता माना गया है। हर धार्मिक कार्य की शुरुआत भगवान गणेश की पूजा से ही शुरू की जाती है।Miracles In Ganesh Temple in Hindi :- हमारे देश में भगवान गणेश के प्रति लोगो की दीवानगी गणपति महोत्सव में देखने को मिलती है जब पूरा देश गणपति के रंग…
हिन्दू धर्म में भगवान गणपति को प्रथम पूजनीय देवता माना गया है। हर धार्मिक कार्य की शुरुआत भगवान गणेश की पूजा से ही शुरू की जाती है।
हमारे देश में भगवान गणेश के प्रति लोगो की दीवानगी गणपति महोत्सव में देखने को मिलती है जब पूरा देश गणपति के रंग में रंग जाता है।
हालाँकि हमारे देश में भगवान गणेश के कई सारे बेहद प्रसिद्द मंदिर भी है जिनमें हर साल लाखों लोग देश-विदेश से मन्नत मांगने आते है।
गणपति के इन मंदिरों के बारे में कई रोचक और अद्भुत कहानियां भी प्रचलित है
आज हम इन मंदिर के चमत्कारों के बारे में बताने जा रहे है जो कि बहुत ही दुर्लभ है। आज भी भगवान गणेश के मंदिरों में चमत्कार देखे जाते है।
1. कनिपक्कम गणेश मंदिर, आंध्रप्रदेश-
भगवान गणेश का ये मंदिर आंध्रप्रदेश के चित्तूर में स्थित है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यहाँ भगवान गणेश की मूर्ति का आकार हर रोज बढ़ता जा रहा है। इस मूर्ति के बारे में कहा जाता है कि गणेश की पेट और मूर्ति का आकार लगातार बढ़ रहा है। इस मूर्ति का आकार बढ़ने की वजह से गणपति का कवच भी उन्हें छोटा पड़ता जा रहा है, अब तो उन्हें वो कवच भी नही आता है जो पहले आराम से आ जाता था। भगवान गणेश के इस चमत्कार को देखने हर साल लाखों लोग दुनियाभर से यहां आते है।
2. रणथंभोर गणेश मंदिर, राजस्थान-
ये गणेश मंदिर राजस्थान का बहुत ही प्रसिद्ध गणेश मंदिर है, यह राजस्थान के सवाई माधोपुर से 10 किलोमीटर की दूरी पर रणथंभोर के किले में स्थित है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले इस मंदिर में निमंत्रण भेजा जाय तो कार्य सफलता पूर्वक संपन्न होता है। अगर आप निमंत्रण देने खुद नहीं आ सकते तो गणेश जी का पता लिखकर उनको पत्र भी भेज सकते है। यहाँ जो भी पत्र भेजे जाते है, उन्हें पुजारी द्वारा भगवान गणेश के चरणों में अर्पित कर दिया जाता है।
3. उच्ची पिल्लयार मंदिर, तमिलनाडु-
भगवान गणेश का यह मंदिर एक चट्टान पर बना है। इस मंदिर के बारे में एक कथा प्रचलित है कहा जाता है कि इस पहाड़ी पर रावण के भाई विभीषण ने क्रोध में आकर भगवान गणेश पर वार कर दिया था। हालाँकि इसके बाद विभीषण ने क्षमा भी मांगी, लेकिन इस वार के दौरान गणपति को चोट लग गई। इस घटना के बाद से गणपति इस पहाड़ी पर उच्ची पिल्लयार के रूप में विराजमान है और वो चोट का निशान आज उनके सिर पर है। कहा जाता है कि यहाँ साक्षात गणपति विराजमान है ऐसे में जो भी मन्नत मांगों वो पूरी होती है। यहाँ भी कई चमत्कार होने का दावा किया जाता है।
भगवान गणेश के मंदिरों में चमत्कार होता है – अगर आप किसी धार्मिक यात्रा पर जाने का विचार कर रहे है, तो भगवान गणपति के इन चमत्कारिक मंदिर में जाना आपके लिये एक अद्भूत अनुभव प्रदान करने वाला होगा।
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