Indian Spiritual
  • होम
  • लोकप्रिय
  • धार्मिक तथ्य
  • धार्मिक कथा
  • धार्मिक स्थान
  • ज्योतिष
  • ग्रंथ
  • हस्त रेखाएं
  • व्रत त्योहार
  • तंत्र-मंत्र-यंत्र
होम | धार्मिक कथा | रावण ने बनाई थी स्वर्ग तक की सीढ़ी, लेकिन क्यों वह असुरों को नहीं पहुंचा पाया वहां

रावण ने बनाई थी स्वर्ग तक की सीढ़ी, लेकिन क्यों वह असुरों को नहीं पहुंचा पाया वहां

रावण ने बनाई थी स्वर्ग तक की सीढ़ी, लेकिन क्यों वह असुरों को नहीं पहुंचा पाया वहां
In धार्मिक कथा, लोकप्रिय
  • Share on Facebook
  • Share on Twitter
  • Share on Email
  • Share on Whatsapp
  • Share on Facebook
  • Share on Twitter

रावण एक प्रकांड विद्वान्, उच्च कोटि का ज्योतिषशास्त्री था। वह भगवान शिव का परम भक्त था और कई बार शिवजी को प्रसन्न कर उसने सिद्धियां प्राप्त की थीं। कहते हैं पहली बार जब उसके मन में अमर होने का खयाल आया था तो उसने भोलेनाथ को प्रसन्न कर अमरता प्राप्त करने के लिए हजार वर्षों…

रावण एक प्रकांड विद्वान्, उच्च कोटि का ज्योतिषशास्त्री था। वह भगवान शिव का परम भक्त था और कई बार शिवजी को प्रसन्न कर उसने सिद्धियां प्राप्त की थीं। कहते हैं पहली बार जब उसके मन में अमर होने का खयाल आया था तो उसने भोलेनाथ को प्रसन्न कर अमरता प्राप्त करने के लिए हजार वर्षों तक तपस्या की।

Ravan Ne Banayi Thi Dharti Se Swarg Tak Ki Sidhi in Hindi :-

उसकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव उसके सामने प्रकट हुए और वर मांगने को कहा। रावण ने वरदान में अमरता देने की प्रार्थना की। भगवान शिव ने उसे तथास्तु कहा लेकिन इसके साथ ही यह शर्त रखी कि उसे अमरता तभी मिलेगी जब वह एक दिन में पांच पौड़ियों का निर्माण कराएगा। अगर वह ऐसा नहीं कर पाया तो भगवान शिव का यह वरदान भी निरस्त हो जाएगा।

रावण ने इसपर कोई आपत्ति नहीं जताई, उसे यह बहुत आसान लगा। इस तरह उसने अपनी अमरता पाने के लिए पौड़ियों का निर्माण करते हुए स्वर्ग तक की सीढ़ी बनानी शुरु की। पहली पौड़ी उसने हरिद्वार में बनाई जो  हर की पौड़ी  के नाम से जाना जाता है।

{ पढ़ें :- भगवान विष्णु ने देवकी और वसुदेव के घर क्यों लिया कृष्णावतार... }

दूसरी पौड़ी उसने हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले से 600 किलो दूर बनाई जिसे आज पौड़ीवाला मंदिर के नाम से जानते हैं। तीसरी चुड़ेशवर महादेव और चौथी पौड़ी उसने किन्नर कैलाश में बनाई।

कहते हैं इन चार पौड़ियों का निर्माण होते-होते रात हो गई और रावण थकान दूर करने के मकसद से थोड़ी देर लेटा। लेकिन वह सो गया और जब उसकी नींद खुली तो सुबह हो चुकी थी। इस तरह वह स्वर्ग तक की सीढ़ियों का निर्माण कार्य पूरा नहीं कर सका। यही कारण था कि वह ना तो अमरता प्राप्त कर सका और ना ही असुरों को पाप-पुण्य का लेखा-जोखा का सामना किए बिना ही स्वर्ग तक पहुंचा सका।

राम के हाथों बाण खाकर जीवन की अंतिम सांसे गिनते हुए रावण ने स्वयं यह बात बताई थी कि यह उसके मैनेजमेंट की गलती थी। बिना जरूरी काम पूरा किए बिना कभी भी आराम नहीं करना चाहिए और ऐसा करने वाला हमेशा ही गर्त में जाता है जो उसके साथ हुआ।

{ पढ़ें :- सिंह माता दुर्गा की सवारी कैसे बना ये जानकार हैरान हो जायेंगे आप! }


धार्मिक कथा और भारतीय संस्कृति संबंधित ख़बरें

  1. भगवान विष्णु ने देवकी और वसुदेव के घर क्यों लिया कृष्णावतार…

  2. जानिये क्या है श्रीकृष्ण की 16000 पत्नियों का राज ?

  3. जन्माष्टमी विशेष: भगवान कृष्ण की मृत्यु कैसे हुई?

  4. राधा जन्म की कहानी – ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार मां के गर्भ से नहीं जन्मी थी राधा

यह आलेख निम्नलिखित के बारे में जानकारी प्रदान करता है : जीवन,  पाप-पुण्य,  प्रार्थना,  भगवान,  भोलेनाथ,  महादेव,  राम,  रावण,  रावण का इतिहास,  रावण का गांव,  रावण का गोत्र क्या था,  रावण का जन्म स्थान,  रावण का जन्म स्थान कहाँ है,  रावण किस जाति का था,  रावण की कहानी,  रावण की जाति क्या थी,  रावण के माता पिता का नाम,  शिव  

2013-02-01T18:38:17+05:30
Indian Spiritual Team
Indian Spiritual
Tags: #जीवन,  #पाप-पुण्य,  #प्रार्थना,  #भगवान,  #भोलेनाथ,  #महादेव,  #राम,  #रावण,  #रावण का इतिहास,  #रावण का गांव,  #रावण का गोत्र क्या था,  #रावण का जन्म स्थान,  #रावण का जन्म स्थान कहाँ है,  #रावण किस जाति का था,  #रावण की कहानी,  #रावण की जाति क्या थी,  #रावण के माता पिता का नाम,  #शिव  
................... विज्ञापन ...................

ट्रेंडिंग टापिक

#सपने में घर की छत गिरते देखना #पुरुष की बायीं भुजा फड़कना #सपने में खुद को शौच करते देखना #Chipkali Ka Peshab Karna #सपने में इमारत का गिरना #Sapne Me Pita Ko Bimar Dekhna #Chipkali Ka Zameen Par Girna #जामवंत की पत्नी का नाम क्या था #Gems Stone (रत्न स्टोन) #Dream Meaning (स्वप्न फल)

पॉपुलर पोस्ट

  • List of Famous Indian Festival
  • Complete List of Indian Festival
  • ये 10 सपने बताते हैं घर में आने वाली है बड़ी खुशी
  • यह 10 सपने धन हान‌ि का संकेत माने जाते हैं
  • इन 10 अंगों पर छ‌िपकली का ग‌िरना अशुभ, यह होता है अंजाम
  • जानिए शरीर के किस अंग के फड़कने का क्या होता है मतलब !
  • जाने आखिर कैसे हुआ था रीछ मानव जामवन्त का जन्म, तथा उनसे जुड़े अनोखे राज !
  • एक रहस्य, ‘ब्रह्मा’ ने किया था अपनी ही पुत्री ‘सरस्वती’ से विवाह !

नया पोस्ट

  • भगवान विष्णु ने देवकी और वसुदेव के घर क्यों लिया कृष्णावतार…
  • जानिये क्या है श्रीकृष्ण की 16000 पत्नियों का राज ?
  • जन्माष्टमी का फल चाहिए तो कीजिए जरूर यह व्रत
  • जन्माष्टमी को सुख-समृद्धि प्राप्ति के लिए करें ये ज्योतिष उपाय
  • जन्माष्टमी विशेष: भगवान कृष्ण की मृत्यु कैसे हुई?
  • राधा जन्म की कहानी – ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार मां के गर्भ से नहीं जन्मी थी राधा
  • जन्‍माष्‍टमी की पूजा करने की विधि !
  • भगवान श्रीकृष्ण की पूजा में जरूर होनी चाहिए ये 10 चीजें
  • वेलेंटाइन डे पर आजमाएं ज्योतिष के ये टोटके, मिलेगा मनचाहा वेलेंटाइन
  • नवरात्री साल में दो बार क्‍यूं मनाई जाती है?
  • आइये जाने मां दुर्गा की उत्‍पत्ति की कहानी !
  • नवरात्रों में ये 9 काम से परहेज रखनी चाहिए !
  • नवरात्रों में माता को प्रसन्न करने के ये 5 टोटके जो आपके जीवन को खुशियों से भर देंगे !
  • इस पूरे नवरात्र करें 10 महाविद्या की उपासना ! आपके सभी कार्य होंगे सिद्ध !
  • सिंह माता दुर्गा की सवारी कैसे बना ये जानकार हैरान हो जायेंगे आप!

© Copyright 2023, Indian Spiritual: All about the spiritual news articles from around the globe in Hindi. All rights reserved.
Our Group Sites: Gotals | PardaPhash News | Holiday Travel