भारत के कई स्थान ऐेसे भी है जहां रावण दहन नहीं किया जाता है, बल्कि उसकी पूजा अर्चना की जाती है। इनमें से कुछ जगहें तो ऐसी हैं जहां के निवासी रावण को अपना रिश्तेदार भी मानते हैं और इसलिए वे रावण का दहन नहीं बल्कि पूजा करते हैं। कुछ जगहों पर रावण के पांडित्य…
यह आलेख निम्नलिखित के बारे में जानकारी प्रदान करता है : Baijnath and Binwa bridge and Gadchiroli and Gautam Budh Nagar and Jodhpur and Madhya Pradesh and Mandsaur and ravana and अमरावती and आंध्र प्रदेश and इटावा and उत्तर प्रदेश and कर्नाटक and कांगड़ा and काकिनाड and कोलार and गढ़चिरौली and गौतमबुद्ध नगर and जसवंतनगर and जोधपुर and बिनवा पुल and बैजनाथ and मंदसौर and मध्यप्रदेश and महाराष्ट and रावण का इतिहास and रावण का गांव and रावण का गोत्र क्या था and रावण का जन्म स्थान and रावण का जन्म स्थान कहाँ है and रावण किस जाति का था and रावण की कहानी and रावण की जाति क्या थी and रावण के माता पिता का नाम and हिमाचल प्रदेश
भारत के कई स्थान ऐेसे भी है जहां रावण दहन नहीं किया जाता है, बल्कि उसकी पूजा अर्चना की जाती है। इनमें से कुछ जगहें तो ऐसी हैं जहां के निवासी रावण को अपना रिश्तेदार भी मानते हैं और इसलिए वे रावण का दहन नहीं बल्कि पूजा करते हैं। कुछ जगहों पर रावण के पांडित्य के कारण भी उसे पूजा जाता है।
आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही जगहों के बारे में जहां रावण की पूजा होती है तथा जानते है रावण का रिश्ता वहां से जुड़े होने की किवदंतियां।भारत के कई स्थान ऐेसे भी है जहां रावण दहन नहीं किया जाता है, बल्कि उसकी पूजा अर्चना की जाती है। इनमें से कुछ जगहें तो ऐसी हैं जहां के निवासी रावण को अपना रिश्तेदार भी मानते हैं और इसलिए वे रावण का दहन नहीं बल्कि पूजा करते हैं। कुछ जगहों पर रावण के पांडित्य के कारण भी उसे पूजा जाता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही जगहों के बारे में जहां रावण की पूजा होती है तथा जानते है रावण का रिश्ता वहां से जुड़े होने की किवदंतियां।