Indian Spiritual
  • होम
  • लोकप्रिय
  • धार्मिक तथ्य
  • धार्मिक कथा
  • धार्मिक स्थान
  • ज्योतिष
  • ग्रंथ
  • हस्त रेखाएं
  • व्रत त्योहार
  • तंत्र-मंत्र-यंत्र
होम | ज्योतिष | रुद्राक्ष धारण के नियम और विधि

रुद्राक्ष धारण के नियम और विधि

रुद्राक्ष धारण के नियम और विधि
In ज्योतिष, तंत्र-मंत्र-यंत्र
  • Share on Facebook
  • Share on Twitter
  • Share on Email
  • Share on Whatsapp
  • Share on Facebook
  • Share on Twitter

काल संहिता, निर्णय सिंधु इत्यादि ग्रंथों में रुद्राक्ष के महत्व को अभिव्यक्त किया गया है. इन सभी में भगवान शिव के प्रिय ‘रुद्राक्ष’ की महत्ता को व्यक्त किया गया है. इनसे हमें रुद्राक्ष की उत्पत्ति, उसका आकार, उसे धारण करने का तरीका, उससे प्राप्त फल होने वाले फलों का विस्तृत विवेचन प्राप्त होता है. रूद्राक्ष…

काल संहिता, निर्णय सिंधु इत्यादि ग्रंथों में रुद्राक्ष के महत्व को अभिव्यक्त किया गया है. इन सभी में भगवान शिव के प्रिय ‘रुद्राक्ष’ की महत्ता को व्यक्त किया गया है. इनसे हमें रुद्राक्ष की उत्पत्ति, उसका आकार, उसे धारण करने का तरीका, उससे प्राप्त फल होने वाले फलों का विस्तृत विवेचन प्राप्त होता है. रूद्राक्ष नाम का उच्चारण मात्र ही सभी फलों को प्रदान करने वाला है. इसके नाम को जपने से दान में दस गायों को देने जितना लाभ प्राप्त होता है.

Rudraksha Dharan Karne Ki Vidhi Aur Mantra in Hindi :-

यह रूद्राक्ष भक्तों के समस्त पापों नष्ट कर देता है. इसे पहनकर सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. रूद्राक्ष को देखने भर से ही लाखों कष्ट दूर हो जाते हैं और इसे धारण करने पर करोडों लाभ प्राप्त होते हैं तथा इसे पहनकर मंत्र जाप करने से यह और भी ज्यादा प्रभावशाली होता है. रुद्राक्ष धारण करने पर नित्य शिवपूजन एवं रुद्राक्ष की माला से शिव के मंत्रों का जप करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं.

रुद्राक्ष धारण करने की विधि और पूजा | Rudraksha Dharan Vidhi and Puja

रुद्राक्ष को धारण करना एक महत्वपूर्ण कार्य होता है. रुद्राक्ष को धारण करने से पूर्व कुछ शुद्ध पवित्र कर्म किए जाते हैं, जिनके उपरांत रुद्राक्ष अभिमंत्रित हो धारण एवं उपयोग करने योग्य बनता है. सर्वप्रथम रुद्राक्ष की माला या रुद्राक्ष, जो भी आप धारण करना चाहते हैं, उसें शुक्ल पक्ष में सोमवार के दिन धारण करें.

{ पढ़ें :- 10 माने हुए टोटके ज‌िनसे चमक जाती है हर क‌िसी की क‌िस्मत }

रुद्राक्ष को पांच से सात दिनों तक सरसों के तेल में भिगोकर रखना चाहिए तत्पश्चात रुद्राक्ष को गंगाजल, दूध, जैसी पवित्र वस्तुओं के साथ े स्नान कराएं तथा रुद्राक्ष को पंचामृत एवं पंचगव्य से भी स्नान करवाएं और इसके साथ ही “ॐ नमः शिवाय” इस पंचाक्षर मंत्र का जाप करते रहें. शुद्ध करके इस चंदन, बिल्वपत्र, लालपुष्प अर्पित करें तथा धूप, दीप दिखाकर पूजन करके अभिमंत्रित करें.

रुद्राक्ष को शिवलिंग से स्पर्श कराकर उस पर हवन की भभूति लगाएं, “ॐ तत्पुरुषाय विदमहे महादेवाय धीमहि तन्नो रूद्र: प्रचोदयात ||” द्वारा अभिमंत्रित करके पूर्व या उत्तर की ओर मुख करके मंत्र जाप करते हुए इसे धारण करें. रुद्राक्ष यदि विशेष रुद्राक्ष मंत्रों से धारण न कर सके तो इस सरल विधि का प्रयोग करके धारण कर सकते हैं. रुद्राक्ष के मनकों को शुद्ध लाल धागे में माला तैयार करने के धारण किया जा सकता है.

रुद्राक्ष धारण करने का शुभ मुहूर्त | Rudraksha Dharan – Shubh Muhurat

रूद्राक्ष को पूर्णिमा जैसे शुभ दिनों में धारण करने पर व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं. इसके अतिरिक्त ग्रहण में, संक्रांति, अमावस्या में धारण किया जाना चाहिए रुद्राक्ष का आधार ब्रह्मा जी हैं इसकी नाभि विष्णु हैं, इसके चेहरे रुद्र है और इसके छिद्र देवताओं के होते हैं. रुद्राक्ष के दिव्य गुणों से जीव दुखों से मुक्ति पा कर सुखमय जीवन जीता है तथा भगवान शिव की कृपा को पाता है.

विशेष सावधानी | Precautions

रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति को तामसिक पदार्थों से दूर रहना चाहिए. मांस, मदिरा, प्याज, लहसुन आदि का त्याग करना हितकर होता है. आत्मिक शुद्धता के द्वारा ही रुद्राक्ष के लाभ को प्राप्त किया जा सकता है. रुद्राक्ष मन को पवित्र कर विचारों को पवित्र करता है.

{ पढ़ें :- जब भाग्य छोड़ दे आपका साथ तो शनिवार की रात्रि करें ये एक उपाय }

रुद्राक्ष-धारण करने से पहले उसके असली होने की जांच अवद्गय करवा लें। असली रुद्राक्ष ही धारण करें। खंडित, कांटों से रहित या कीड़े लगे हुए रुद्राक्ष धारण नहीं करें।

जपादि कार्यों में छोटे और धारण करने में बड़े रुद्राक्षों का ही उपयोग करें। तनाव से मुक्ति हेतु 100 दानों की, अच्छी सेहत एवं आरोग्य के लिए 140 दानों की, अर्थ प्राप्ति के लिए 62 दानों की तथा सभी कामनाओं की पूर्ति हेतु 108 दानों की माला धारण करें। जप आदि कार्यों में 108 दानों की माला ही उपयोगी मानी गई है। अभीष्ट की प्राप्ति के लिए 50 दानों की माला धारण करें। द्गिाव पुराण के अनुसार 26 दानों की माला मस्तक पर, 50 दानों की माला हृदय पर, 16 दानों की माला भुजा पर तथा 12 दानों की माला मणिबंध पर धारण करनी चाहिए।

जिस रुद्राक्ष माला से जप करते हों, उसे धारण नहीं करें। इसी प्रकार जो माला धारण करें, उससे जप न करें। दूसरों के द्वारा उपयोग में लाए गए रुद्राक्ष या रुद्राक्ष माला को प्रयोग में न लाएं।

रुद्राक्ष की प्राण-प्रतिष्ठा कर शुभ मुहूर्त में ही धारण करना चाहिए

ग्रहणे विषुवे चैवमयने संक्रमेऽपि वा।

{ पढ़ें :- सावन में इन मंत्रो के जाप से होता है अद्भुत लाभ ! गारंटी से बन जायेंगे काम }

दर्द्गोषु पूर्णमसे च पूर्णेषु दिवसेषु च।
रुद्राक्षधारणात् सद्यः सर्वपापैर्विमुच्यते॥


ज्योतिष, तंत्र-मंत्र-यंत्र और भारतीय संस्कृति संबंधित ख़बरें

  1. होली की रात को किए जाने वाले कुछ ज्योतिष उपाय

  2. होली की रात आजमाएं काली हल्दी के टोटके

  3. होली पर आजमाएं धन और स्वास्थ्य के टोटके

  4. ये हैं मकर संक्रांति के 7 उपाय, 1 से भी चमक सकती है किस्मत

यह आलेख निम्नलिखित के बारे में जानकारी प्रदान करता है : benefits of rudraksha,  benefits of rudraksha and tulsi mala,  benefits of tulsi mala,  bhagya badalne ke upay,  bhagya chamkane ke totke,  Bhagya Chamkane Ke Upay,  bhagya uday ke totke,  bhagya uday ke upay in hindi,  bhagya vridhi ke upay,  kismat chamkane ka mantra,  kismat chamkane ke upay hindi me,  kismat chamkane wala mantra upay,  kismat tez karne ke upay,  Lord Shiva,  luck chamkane ke upay,  Precautions,  Religion,  Rudraksha Dharan,  rudraksha mala,  shaniwar ko pati ka vashikaran,  Shivpuran,  tulsi che mahatva in marathi,  Tulsi Ka Mahatv,  tulsi ka mahatva,  tulsi ka mahatva bataye,  tulsi ka mahatva in hindi,  tulsi ka podha,  tulsi ke baare mein jankari,  tulsi ke fayde,  tulsi mala,  Tulsi Plant Importance in Hindu Dharma,  tulsi puja ka mahatva,  आठ मुखी रुद्राक्ष,  एक मुखी रुद्राक्ष,  किस्मत चमकाने के उपाय,  ग्यारह मुखी रुद्राक्ष,  चमत्कारीक रुद्राक्ष,  चार मुखी रुद्राक्ष,  चौदह मुखी रुद्राक्ष,  चौदह रुद्राक्ष की विशेषताएं,  छः मुखी रुद्राक्ष,  तीन मुखी रुद्राक्ष,  तुलसी,  तुलसी का औषधीय महत्व,  तुलसी का धार्मिक महत्त्व,  तुलसी का धार्मिक महत्व,  तुलसी का महत्व,  तुलसी की जानकारी,  तुलसी की पूजा,  तुलसी की महत्व,  तुलसी की माला,  तुलसी के औषधीय गुण,  तुलसी के पौधे का महत्व,  तुलसी के पौधे की जानकारी,  तुलसी के प्रकार,  तुलसी के बीज के टोटके,  तुलसी माला,  तेरह मुखी रुद्राक्ष,  दस मुखी रुद्राक्ष,  दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदलने के उपाय,  दो मुखी रुद्राक्ष,  नौ मुखी रुद्राक्ष,  पांच मुखी रुद्राक्ष,  बारह मुखी रुद्राक्ष,  भाग्य उपाय,  भाग्य चमकाएं,  भाग्य चमकाने के उपाय,  भाग्य चमकाने के सुगम उपाय,  भाग्य जगाने का मन्त्र,  भाग्य जगाने के उपाय,  भाग्य बदलने के उपाय,  भाग्य मंत्र,  माला पहनने के फायदे,  रुद्राक्ष और तुलसी की माला,  रुद्राक्ष की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि,  रुद्राक्ष की माला,  रुद्राक्ष की विशेषताएं,  रुद्राक्ष के कुछ दिलचस्प तथ्य,  रुद्राक्ष धारण,  रुद्राक्ष धारण करने का शुभ मुहूर्त,  रुद्राक्ष माला,  रुद्राक्ष से जुड़े रोचक तथ्य,  विशेष सावधानी,  सात मुखी रुद्राक्ष  

2012-03-12T23:18:39+05:30
Indian Spiritual Team
Indian Spiritual
Tags: #benefits of rudraksha,  #benefits of rudraksha and tulsi mala,  #benefits of tulsi mala,  #bhagya badalne ke upay,  #bhagya chamkane ke totke,  #Bhagya Chamkane Ke Upay,  #bhagya uday ke totke,  #bhagya uday ke upay in hindi,  #bhagya vridhi ke upay,  #kismat chamkane ka mantra,  #kismat chamkane ke upay hindi me,  #kismat chamkane wala mantra upay,  #kismat tez karne ke upay,  #Lord Shiva,  #luck chamkane ke upay,  #Precautions,  #Religion,  #Rudraksha Dharan,  #rudraksha mala,  #shaniwar ko pati ka vashikaran,  #Shivpuran,  #tulsi che mahatva in marathi,  #Tulsi Ka Mahatv,  #tulsi ka mahatva,  #tulsi ka mahatva bataye,  #tulsi ka mahatva in hindi,  #tulsi ka podha,  #tulsi ke baare mein jankari,  #tulsi ke fayde,  #tulsi mala,  #Tulsi Plant Importance in Hindu Dharma,  #tulsi puja ka mahatva,  #आठ मुखी रुद्राक्ष,  #एक मुखी रुद्राक्ष,  #किस्मत चमकाने के उपाय,  #ग्यारह मुखी रुद्राक्ष,  #चमत्कारीक रुद्राक्ष,  #चार मुखी रुद्राक्ष,  #चौदह मुखी रुद्राक्ष,  #चौदह रुद्राक्ष की विशेषताएं,  #छः मुखी रुद्राक्ष,  #तीन मुखी रुद्राक्ष,  #तुलसी,  #तुलसी का औषधीय महत्व,  #तुलसी का धार्मिक महत्त्व,  #तुलसी का धार्मिक महत्व,  #तुलसी का महत्व,  #तुलसी की जानकारी,  #तुलसी की पूजा,  #तुलसी की महत्व,  #तुलसी की माला,  #तुलसी के औषधीय गुण,  #तुलसी के पौधे का महत्व,  #तुलसी के पौधे की जानकारी,  #तुलसी के प्रकार,  #तुलसी के बीज के टोटके,  #तुलसी माला,  #तेरह मुखी रुद्राक्ष,  #दस मुखी रुद्राक्ष,  #दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदलने के उपाय,  #दो मुखी रुद्राक्ष,  #नौ मुखी रुद्राक्ष,  #पांच मुखी रुद्राक्ष,  #बारह मुखी रुद्राक्ष,  #भाग्य उपाय,  #भाग्य चमकाएं,  #भाग्य चमकाने के उपाय,  #भाग्य चमकाने के सुगम उपाय,  #भाग्य जगाने का मन्त्र,  #भाग्य जगाने के उपाय,  #भाग्य बदलने के उपाय,  #भाग्य मंत्र,  #माला पहनने के फायदे,  #रुद्राक्ष और तुलसी की माला,  #रुद्राक्ष की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि,  #रुद्राक्ष की माला,  #रुद्राक्ष की विशेषताएं,  #रुद्राक्ष के कुछ दिलचस्प तथ्य,  #रुद्राक्ष धारण,  #रुद्राक्ष धारण करने का शुभ मुहूर्त,  #रुद्राक्ष माला,  #रुद्राक्ष से जुड़े रोचक तथ्य,  #विशेष सावधानी,  #सात मुखी रुद्राक्ष  
................... विज्ञापन ...................

ट्रेंडिंग टापिक

#सपने में घर की छत गिरते देखना #पुरुष की बायीं भुजा फड़कना #सपने में खुद को शौच करते देखना #Chipkali Ka Peshab Karna #सपने में इमारत का गिरना #Sapne Me Pita Ko Bimar Dekhna #Chipkali Ka Zameen Par Girna #जामवंत की पत्नी का नाम क्या था #Gems Stone (रत्न स्टोन) #Dream Meaning (स्वप्न फल)

पॉपुलर पोस्ट

  • List of Famous Indian Festival
  • Complete List of Indian Festival
  • ये 10 सपने बताते हैं घर में आने वाली है बड़ी खुशी
  • यह 10 सपने धन हान‌ि का संकेत माने जाते हैं
  • इन 10 अंगों पर छ‌िपकली का ग‌िरना अशुभ, यह होता है अंजाम
  • जानिए शरीर के किस अंग के फड़कने का क्या होता है मतलब !
  • जाने आखिर कैसे हुआ था रीछ मानव जामवन्त का जन्म, तथा उनसे जुड़े अनोखे राज !
  • एक रहस्य, ‘ब्रह्मा’ ने किया था अपनी ही पुत्री ‘सरस्वती’ से विवाह !

नया पोस्ट

  • भगवान विष्णु ने देवकी और वसुदेव के घर क्यों लिया कृष्णावतार…
  • जानिये क्या है श्रीकृष्ण की 16000 पत्नियों का राज ?
  • जन्माष्टमी का फल चाहिए तो कीजिए जरूर यह व्रत
  • जन्माष्टमी को सुख-समृद्धि प्राप्ति के लिए करें ये ज्योतिष उपाय
  • जन्माष्टमी विशेष: भगवान कृष्ण की मृत्यु कैसे हुई?
  • राधा जन्म की कहानी – ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार मां के गर्भ से नहीं जन्मी थी राधा
  • जन्‍माष्‍टमी की पूजा करने की विधि !
  • भगवान श्रीकृष्ण की पूजा में जरूर होनी चाहिए ये 10 चीजें
  • वेलेंटाइन डे पर आजमाएं ज्योतिष के ये टोटके, मिलेगा मनचाहा वेलेंटाइन
  • नवरात्री साल में दो बार क्‍यूं मनाई जाती है?
  • आइये जाने मां दुर्गा की उत्‍पत्ति की कहानी !
  • नवरात्रों में ये 9 काम से परहेज रखनी चाहिए !
  • नवरात्रों में माता को प्रसन्न करने के ये 5 टोटके जो आपके जीवन को खुशियों से भर देंगे !
  • इस पूरे नवरात्र करें 10 महाविद्या की उपासना ! आपके सभी कार्य होंगे सिद्ध !
  • सिंह माता दुर्गा की सवारी कैसे बना ये जानकार हैरान हो जायेंगे आप!

© Copyright 2023, Indian Spiritual: All about the spiritual news articles from around the globe in Hindi. All rights reserved.
Our Group Sites: Gotals | PardaPhash News | Holiday Travel