अमृत का नाम लेते ही पौराणिक धारावाहिक में समुद्र मंथन की तस्वीर उभरकर सामने आ जाती है। मंथन करते देवतागण और अमृत को लेकर भागे राक्षस हम सभी ने टीवी के धारावाहिक में देखे हैं। लेकिन क्या अमृत का सत्य कभी तलाशने की कोशिश की है। आइए जानते हैं क्या है अमृत और क्या आज…
अमृत का नाम लेते ही पौराणिक धारावाहिक में समुद्र मंथन की तस्वीर उभरकर सामने आ जाती है। मंथन करते देवतागण और अमृत को लेकर भागे राक्षस हम सभी ने टीवी के धारावाहिक में देखे हैं। लेकिन क्या अमृत का सत्य कभी तलाशने की कोशिश की है। आइए जानते हैं क्या है अमृत और क्या आज भी इसे हासिल करना संभव है?
#1. क्या है अमृत?:
अमर होने का मतलब है दुनिया पर राज करना। अनंतकाल तक जीना और जो चाहे वह करना। महाभारत में 7 चिरंजीवियों का उल्लेख मिलता है। चिरंजीवी का मतलब अमर व्यक्ति। अमर होने का रहस्य क्या है? इसे जानने के पहले हम जानते हैं कि आखिर अमृत मंथन क्यों हुआ था और किस-किस ने चखा था अमृत का स्वाद? इसके अलावा अंत में जानेंगे कि क्या अमृत आज भी प्राप्त किया जा सकता है…?
#2. कहते हैं समुद्र मंथन क्षीरसागर में हुआ था।
27 अक्टूबर 2014 की खबर के अनुसार आर्कियोलॉजी और ओशनोलॉजी डिपार्टमेंट ने सूरत जिले के पिंजरात गांव के पास समुद्र में मंदराचल पर्वत होने का दावा किया था। आर्कियोलॉजिस्ट मितुल त्रिवेदी के अनुसार बिहार के भागलपुर के पास स्थित भी एक मंदराचल पर्वत है, जो गुजरात के समुद्र से निकले पर्वत का हिस्सा है।