Indian Spiritual
  • होम
  • लोकप्रिय
  • धार्मिक तथ्य
  • धार्मिक कथा
  • धार्मिक स्थान
  • ज्योतिष
  • ग्रंथ
  • हस्त रेखाएं
  • व्रत त्योहार
  • तंत्र-मंत्र-यंत्र
होम | धार्मिक कथा | चौकाने वाले खुलासे: द्रौपदी के पांच पति क्यों थे?

चौकाने वाले खुलासे: द्रौपदी के पांच पति क्यों थे?

चौकाने वाले खुलासे: द्रौपदी के पांच पति क्यों थे?
In धार्मिक कथा
  • Share on Facebook
  • Share on Twitter
  • Share on Email
  • Share on Whatsapp
  • Share on Facebook
  • Share on Twitter

हम सभी जानते हैं कि महाभारत में द्रौपदी के पांच पति थे। परंतु क्या आप जानते हैं कि द्रौपदी के पांच पति होने का वास्तविक कारण क्या था? जानने के लिए पढ़ें। महाभारत की कहानी दो प्रमुख पात्रों के आसपास घूमती है: पांडव और कौरव। इस महाकाव्य में महाभारत में घटित अनेक घटनाओं का वर्णन…

हम सभी जानते हैं कि महाभारत में द्रौपदी के पांच पति थे। परंतु क्या आप जानते हैं कि द्रौपदी के पांच पति होने का वास्तविक कारण क्या था? जानने के लिए पढ़ें। महाभारत की कहानी दो प्रमुख पात्रों के आसपास घूमती है: पांडव और कौरव। इस महाकाव्य में महाभारत में घटित अनेक घटनाओं का वर्णन किया गया है।

Shocking Revelations Why Draupadi Had Five Husbands in Hindi :-

शूरता की कहानियाँ महाकाव्य के सभी पुरुष पात्रों के आसपास घूमती हैं जिन्होंने बड़ी बड़ी लड़ाईयां लड़ी चाहे वे जीवित रहें या मृत। परंतु इस कहानी में एक प्रमुख महिला पात्र भी है जिसे इस महानाशक युद्ध के लिए हमेशा ज़िम्मेदार ठहराया गया। जी हाँ, हम द्रौपदी के बारे में बात कर रहे हैं।

सम्पूर्ण महाकाव्य में द्रौपदी सबसे अधिक शक्तिशाली पात्र है। वह पांचाल राज्य की राजकुमारी, पांडवों की पत्नी और एक बहुत ही गूढ़ और बुद्धिमान, पतिव्रता स्त्री थी। द्रौपदी के बारे में प्रत्येक बात आकर्षक है।

{ पढ़ें :- भगवान विष्णु ने देवकी और वसुदेव के घर क्यों लिया कृष्णावतार... }

उसका रहस्यमयी सौंदर्य, उसका गर्व, उसकी भक्ति, उसका प्रेम, उसका अपमान और उसका प्रण आदि से संबंधित सभी कहानियाँ समान रूप से मंत्रमुग्ध कर देने वाली हैं। परन्तु वह पांच भाइयों की पत्नी कैसे बनी? जैसे ही रहस्य से पर्दा उठा हमें पता चला कि अपने पिछले जन्म में मिले वरदान के कारण द्रौपदी के पांच पति होना निश्चित था। आइए देखें कि द्रौपदी के पांच पति होने का वास्तविक कारण क्या था।

भगवान शिव का वरदान : अपने पिछले जन्म में द्रौपदी एक तपस्वी की बेटी थी। उसकी शादी न होने के कारण वह दुखी थी। हताश होकर उसने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कठिन तपस्या करना प्रारंभ कर दिया। कई वर्षों की तपस्या के बाद भगवान शिव उससे प्रसन्न हुए तथा वरदान देने के लिए प्रकट हुए। उसने ऐसे पति की मांग की जिसमें पांच गुण हों।

भगवान शिव ने कुछ देर विचार किया और कहा कि ये पांच गुण एक व्यक्ति में मिलना संभव नहीं है। अत: उन्होंने द्रौपदी को वरदान दिया कि अगले जन्म में तुम्हारे पांच पति होंगे जिनमें व्यक्तिगत तौर पर ये गुण होंगे। अत: जब जब उसने राजा द्रुपद के यहाँ द्रौपदी के रूप में जन्म लिया तो पांच भाइयों से उसका विवाह पूर्व निश्चित था।

बहु पति प्रथा

{ पढ़ें :- जानिये क्या है श्रीकृष्ण की 16000 पत्नियों का राज ? }

पौराणिक कथाओं के अलावा हम उस समय की बहु पति तथा बहु विवाह प्रथा को भी नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते। इस मामले में बहु पतित्व की प्रथा को भी ज़िम्मेदार ठहराया जा सकता है क्योंकि भारत के उत्तर-पूर्वी भाग में बहुत कम लडकियां पैदा होती थी। आज भी कुछ राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में लड़कों की तुलना में लडकियां कम है। प्राचीन हस्तिनापुर उसी क्षेत्र के आसपास था। अत: यह संभव है कि द्रौपदी की शादी पांच भाइयों के साथ इसलिए की गयी हो क्योंकि प्रत्येक के लिए उचित दुल्हन उपलब्ध नहीं थी।

एक मां की युक्ति

द्रौपदी के स्वयंवर से लौटने के बाद अर्जुन ने प्रयोजन से अपनी मां से कहा, “देखो मां हम क्या लाये हैं”। अर्जुन किसका जिक्र कर रहा है यह जाने बिना ही कुंती ने अपने पुत्र से कहा कि जो कुछ भी लाये हो उसे भाइयों के साथ बाँट लो। अत: मां के आदेश के पालन के लिए सभी पाँचों भाइयों ने द्रौपदी को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया। निष्पक्ष भाव से देखें तो कुंती चाहती थी कि युद्ध के समय उसके पुत्र एक साथ रहें क्योंकि वह जानती थी कि युद्ध होने वाला है। उसने देखा कि द्रौपदी का श्वास रोकने वाला सौंदर्य उसके बेटों को बाँट सकता था। उसने देखा कि उसके सभी बेटे द्रौपदी की सुंदरता पर मोहित थे। यह कुंती द्वारा किया गया बहुत ही रणनीतिक काम था।अत: उसने अपने बेटों से द्रौपदी को बाँट लेने के लिए कहा ताकि उसके कारण उनमें कभी लड़ाई न हो।


धार्मिक कथा और भारतीय संस्कृति संबंधित ख़बरें

  1. भगवान विष्णु ने देवकी और वसुदेव के घर क्यों लिया कृष्णावतार…

  2. जानिये क्या है श्रीकृष्ण की 16000 पत्नियों का राज ?

  3. जन्माष्टमी विशेष: भगवान कृष्ण की मृत्यु कैसे हुई?

  4. राधा जन्म की कहानी – ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार मां के गर्भ से नहीं जन्मी थी राधा

2012-04-03T23:38:44+05:30
Indian Spiritual Team
Indian Spiritual
................... विज्ञापन ...................

ट्रेंडिंग टापिक

#सपने में घर की छत गिरते देखना #पुरुष की बायीं भुजा फड़कना #सपने में खुद को शौच करते देखना #Chipkali Ka Peshab Karna #सपने में इमारत का गिरना #Sapne Me Pita Ko Bimar Dekhna #Chipkali Ka Zameen Par Girna #जामवंत की पत्नी का नाम क्या था #Gems Stone (रत्न स्टोन) #Dream Meaning (स्वप्न फल)

पॉपुलर पोस्ट

  • List of Famous Indian Festival
  • Complete List of Indian Festival
  • ये 10 सपने बताते हैं घर में आने वाली है बड़ी खुशी
  • यह 10 सपने धन हान‌ि का संकेत माने जाते हैं
  • इन 10 अंगों पर छ‌िपकली का ग‌िरना अशुभ, यह होता है अंजाम
  • जानिए शरीर के किस अंग के फड़कने का क्या होता है मतलब !
  • जाने आखिर कैसे हुआ था रीछ मानव जामवन्त का जन्म, तथा उनसे जुड़े अनोखे राज !
  • एक रहस्य, ‘ब्रह्मा’ ने किया था अपनी ही पुत्री ‘सरस्वती’ से विवाह !

नया पोस्ट

  • भगवान विष्णु ने देवकी और वसुदेव के घर क्यों लिया कृष्णावतार…
  • जानिये क्या है श्रीकृष्ण की 16000 पत्नियों का राज ?
  • जन्माष्टमी का फल चाहिए तो कीजिए जरूर यह व्रत
  • जन्माष्टमी को सुख-समृद्धि प्राप्ति के लिए करें ये ज्योतिष उपाय
  • जन्माष्टमी विशेष: भगवान कृष्ण की मृत्यु कैसे हुई?
  • राधा जन्म की कहानी – ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार मां के गर्भ से नहीं जन्मी थी राधा
  • जन्‍माष्‍टमी की पूजा करने की विधि !
  • भगवान श्रीकृष्ण की पूजा में जरूर होनी चाहिए ये 10 चीजें
  • वेलेंटाइन डे पर आजमाएं ज्योतिष के ये टोटके, मिलेगा मनचाहा वेलेंटाइन
  • नवरात्री साल में दो बार क्‍यूं मनाई जाती है?
  • आइये जाने मां दुर्गा की उत्‍पत्ति की कहानी !
  • नवरात्रों में ये 9 काम से परहेज रखनी चाहिए !
  • नवरात्रों में माता को प्रसन्न करने के ये 5 टोटके जो आपके जीवन को खुशियों से भर देंगे !
  • इस पूरे नवरात्र करें 10 महाविद्या की उपासना ! आपके सभी कार्य होंगे सिद्ध !
  • सिंह माता दुर्गा की सवारी कैसे बना ये जानकार हैरान हो जायेंगे आप!

© Copyright 2023, Indian Spiritual: All about the spiritual news articles from around the globe in Hindi. All rights reserved.
Our Group Sites: Gotals | PardaPhash News | Holiday Travel