प्राचीन काल से ही हिन्दू धर्म में कुमकुम या सिन्दूर और हल्दी को पवित्र माना जाता रहा है। शादी से लेकर पूजा तक इन दोनों चीज़ों का उपयोग शुभ समय और शुभ दिन में किया जाता है। आइये जानें कि हिन्दू धर्म में कुमकुम और हल्दी का क्या महत्व है?Significance Kumkum Turmeric Hinduism in Hindi…
यह आलेख निम्नलिखित के बारे में जानकारी प्रदान करता है : कुमकुम
प्राचीन काल से ही हिन्दू धर्म में कुमकुम या सिन्दूर और हल्दी को पवित्र माना जाता रहा है। शादी से लेकर पूजा तक इन दोनों चीज़ों का उपयोग शुभ समय और शुभ दिन में किया जाता है। आइये जानें कि हिन्दू धर्म में कुमकुम और हल्दी का क्या महत्व है?
कुमकुम या सिन्दूर ऐसा पदार्थ है जिसे हिन्दू विवाहित स्त्री से अलग नहीं किया जा सकता। प्राचीन काल से ही विवाहित स्त्री अपने माथे पर बिंदी या कुमकुम लगाती आ रही है और कुमकुम को बनाने के लिए मुख्यत: हल्दी और प्राकृतिक कपूर की आवश्यकता होती है।
जब हल्दी की बात आती है तो हिन्दू धर्म में यह एक अन्य महत्वपूर्ण पदार्थ है जिसकी आवश्यकता हिन्दू धर्म की धार्मिक रस्मों के समय होती है। यहाँ तक कि हल्दी का उपयोग गणेश पूजन के लिए भगवान गणेश की मूर्ति बनाने के लिए भी किया जाता है।
हल्दी के अन्य कई महत्व भी हैं जैसे कि यह स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभदायक है। एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक होने के कारण इसका उपयोग कट्स या बर्न्स के उपचार में तथा कई आंतरिक स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार में किया जाता है। कुमकुम और हल्दी के अन्य महत्व जानने के लिए आगे पढ़ें।