Indian Spiritual
  • होम
  • लोकप्रिय
  • धार्मिक तथ्य
  • धार्मिक कथा
  • धार्मिक स्थान
  • ज्योतिष
  • ग्रंथ
  • हस्त रेखाएं
  • व्रत त्योहार
  • तंत्र-मंत्र-यंत्र
होम | तंत्र-मंत्र-यंत्र | सबसे बड़ा मंत्र गायत्री मंत्र

सबसे बड़ा मंत्र गायत्री मंत्र

सबसे बड़ा मंत्र गायत्री मंत्र
In तंत्र-मंत्र-यंत्र
  • Share on Facebook
  • Share on Twitter
  • Share on Email
  • Share on Whatsapp
  • Share on Facebook
  • Share on Twitter

गायत्री महामंत्र वेदों का एक महत्त्वपूर्ण मंत्र है जिसकी महत्ता ॐ के लगभग बराबर मानी जाती है। यह यजुर्वेद के मंत्र ॐ भूर्भुवः स्वः और ऋग्वेद के छंद 3.62.10 के मेल से बना है। ऐसा माना जाता है कि इस मंत्र के उच्चारण और इसे समझने से ईश्वर की प्राप्ति होती है। गायत्री मन्त्र से…

गायत्री महामंत्र वेदों का एक महत्त्वपूर्ण मंत्र है जिसकी महत्ता ॐ के लगभग बराबर मानी जाती है। यह यजुर्वेद के मंत्र ॐ भूर्भुवः स्वः और ऋग्वेद के छंद 3.62.10 के मेल से बना है। ऐसा माना जाता है कि इस मंत्र के उच्चारण और इसे समझने से ईश्वर की प्राप्ति होती है। गायत्री मन्त्र से निकली तरंगे ब्रह्माण्ड में जाकर बहुत से दिव्य और शक्तिशाली अणुओं और तत्वों को आकर्षित करके जोड़ देती हैं और फिर पुनः अपने उदगम पे लौट आती है जिससे मानव शरीर दिव्यता और परलौकिक सुख से भर जाता है ।

Significance Reciting Gayatri Mantra in Hindi :-

गायत्री महामंत्र- ॐ भूर्भुव स्वः । तत् सवितुर्वरेण्यं । भर्गो देवस्य धीमहि । धियो यो नः प्रचोदयात् ॥
हिन्दी में भावार्थ – उस प्राणस्वरूप, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा को हम अन्तःकरण में धारण करें । वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करे ।

भारतीय संस्कृति में आस्था रखने वाले हर प्राणी को नित्य-नियमित गायत्री उपासना करनी चाहिए । विधिपूर्वक की गयी उपासना साधक के चारों ओर एक रक्षा कवच का निर्माण करती है व विभिन्न विपत्तियों, आसन्न विभीषिकाओं से उसकी रक्षा करती है । गायत्री मंत्र पढ़ने के लिये कुछ विधियों का पालन करना अनिवार्य है। बताया जाता है कि गायत्री मंत्र को पढ़ने से पहले आंखें बंद कर लेनी चाहिये और गांयत्री मंत्र के हर शब्‍द को विचारना चाहिये। यह मंत्र दिन में किसी समय भी पढ़ा जा सकता है लेकिन अगर आप इसे दिन की शुरुआत में यानी की सुबह-सुबह पढे़ तो इससे आपका पूरा दिन अच्‍छा जाएगा।
गायत्री मंत्र को जो भी दिन में तीन बार पढ़ता है, उसके ऊपर भगवान की कृपा अच्‍छे स्‍वास्‍थ्‍य, धन, सौदर्य और शक्‍ति के रूप में बरसती है। सूर्योदय से दो घण्टे पूर्व से सूर्यास्त के एक घंटे बाद तक कभी भी गायत्री उपासना की जा सकती है । मौन-मानसिक जप चौबीस घण्टे किया जा सकता है । माला जपते समय तर्जनी उंगली का उपयोग न करें तथा सुमेरु का उल्लंघन न करें

{ पढ़ें :- सावन में इन मंत्रो के जाप से होता है अद्भुत लाभ ! गारंटी से बन जायेंगे काम }

गायत्री मंत्र पढ़ने का एक और फायदा है, वह यह कि आपकी टलती हुई शादी हो जाएगी। भारत में अगर किसी लड़की की शादी समय पर न हो रही हो तो लोग उसे बुरा भला कहना शुरु कर देते हैं। तो अगर आप गायत्री मंत्र जपना शुरु कर दें तो आपके बिगडे़ हुए सितारे अपनी सही जगह पर आ जाएंगे और आपकी शादी सही समय पर हो जाएगी।


तंत्र-मंत्र-यंत्र और भारतीय संस्कृति संबंधित ख़बरें

  1. होली की रात को किए जाने वाले कुछ ज्योतिष उपाय

  2. होली की रात आजमाएं काली हल्दी के टोटके

  3. होली पर आजमाएं धन और स्वास्थ्य के टोटके

  4. 10 माने हुए टोटके ज‌िनसे चमक जाती है हर क‌िसी की क‌िस्मत

यह आलेख निम्नलिखित के बारे में जानकारी प्रदान करता है : Gayatri Mantra,  indian tradition,  गायत्री मंत्र  

2012-05-08T20:37:24+05:30
Indian Spiritual Team
Indian Spiritual
Tags: #Gayatri Mantra,  #indian tradition,  #गायत्री मंत्र  
................... विज्ञापन ...................

ट्रेंडिंग टापिक

#सपने में घर की छत गिरते देखना #पुरुष की बायीं भुजा फड़कना #सपने में खुद को शौच करते देखना #Chipkali Ka Peshab Karna #सपने में इमारत का गिरना #Sapne Me Pita Ko Bimar Dekhna #Chipkali Ka Zameen Par Girna #जामवंत की पत्नी का नाम क्या था #Gems Stone (रत्न स्टोन) #Dream Meaning (स्वप्न फल)

पॉपुलर पोस्ट

  • List of Famous Indian Festival
  • Complete List of Indian Festival
  • ये 10 सपने बताते हैं घर में आने वाली है बड़ी खुशी
  • यह 10 सपने धन हान‌ि का संकेत माने जाते हैं
  • इन 10 अंगों पर छ‌िपकली का ग‌िरना अशुभ, यह होता है अंजाम
  • जानिए शरीर के किस अंग के फड़कने का क्या होता है मतलब !
  • जाने आखिर कैसे हुआ था रीछ मानव जामवन्त का जन्म, तथा उनसे जुड़े अनोखे राज !
  • एक रहस्य, ‘ब्रह्मा’ ने किया था अपनी ही पुत्री ‘सरस्वती’ से विवाह !

नया पोस्ट

  • भगवान विष्णु ने देवकी और वसुदेव के घर क्यों लिया कृष्णावतार…
  • जानिये क्या है श्रीकृष्ण की 16000 पत्नियों का राज ?
  • जन्माष्टमी का फल चाहिए तो कीजिए जरूर यह व्रत
  • जन्माष्टमी को सुख-समृद्धि प्राप्ति के लिए करें ये ज्योतिष उपाय
  • जन्माष्टमी विशेष: भगवान कृष्ण की मृत्यु कैसे हुई?
  • राधा जन्म की कहानी – ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार मां के गर्भ से नहीं जन्मी थी राधा
  • जन्‍माष्‍टमी की पूजा करने की विधि !
  • भगवान श्रीकृष्ण की पूजा में जरूर होनी चाहिए ये 10 चीजें
  • वेलेंटाइन डे पर आजमाएं ज्योतिष के ये टोटके, मिलेगा मनचाहा वेलेंटाइन
  • नवरात्री साल में दो बार क्‍यूं मनाई जाती है?
  • आइये जाने मां दुर्गा की उत्‍पत्ति की कहानी !
  • नवरात्रों में ये 9 काम से परहेज रखनी चाहिए !
  • नवरात्रों में माता को प्रसन्न करने के ये 5 टोटके जो आपके जीवन को खुशियों से भर देंगे !
  • इस पूरे नवरात्र करें 10 महाविद्या की उपासना ! आपके सभी कार्य होंगे सिद्ध !
  • सिंह माता दुर्गा की सवारी कैसे बना ये जानकार हैरान हो जायेंगे आप!

© Copyright 2023, Indian Spiritual: All about the spiritual news articles from around the globe in Hindi. All rights reserved.
Our Group Sites: Gotals | PardaPhash News | Holiday Travel