जिसे हनुमान जी का आशीर्वाद मिल गया तो समझो उसके सारे काम हो गए। हनुमान जी के आशीर्वाद से सभी बिगड़े काम चुटकी में पूरे हो जाते हैं। श्रीराम कथा और सुंदर कांड के पाठ में भक्त हनुमान जी की उपस्थित हमेशा महसूस करते हैं। इनको महावीर, रूद्रावतार, पवन पुत्र, अंजनी पुत्र आदि नामों से…
जिसे हनुमान जी का आशीर्वाद मिल गया तो समझो उसके सारे काम हो गए। हनुमान जी के आशीर्वाद से सभी बिगड़े काम चुटकी में पूरे हो जाते हैं। श्रीराम कथा और सुंदर कांड के पाठ में भक्त हनुमान जी की उपस्थित हमेशा महसूस करते हैं। इनको महावीर, रूद्रावतार, पवन पुत्र, अंजनी पुत्र आदि नामों से जाना जाता हैं। सर्वशक्तिमान श्रीराम भक्त हनुमान हमेशा अपने भक्तों पर आशीर्वाद बनाए रखते हैं। इनकी पूजा से काले जादू, आर्थिक, स्वास्थ्य, नकारात्मक ऊर्जा, अध्ययन और डर संबंधी समस्याओं से निजात मिलती है।
यदि शनि कोई समस्या हैं और सभी पूजा-पाठ के बाद कोई समाधान नहीं निकलता को शनिवार को हनुमान को चोला चढ़ाए। इसके साथ ही सिंदूर और चमेली का तेल चढ़कार हनुमान चालीसा का जाप करें तथा तिल के तेल का दीपक जलाएं। इसके बाद काले चने और गुड़ के साथ नारियल चढ़ाने के बाद शनि बाधा से बचने के लिए हनुमान के 108 नामों का स्मरण करें। निश्चय आपकी लाईफ में अच्छे बदलाव आएंगे।
अगर मंगल ग्रह आपके जीवन में स्वास्थ्य समस्या खड़ी करता हैं और आप इस समस्या से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं तो मंगलवार को हनुमान जी को चोला के साथ चमेली का तेल, सिंदूर और चने के साथ सूरजमूखी के फूल चढ़ाएं। इसके बाद में 9 पीपल की पत्तियां लेकर चंदन की लकड़ी से उन पर श्रीराम लिखकर हनुमान का चढाएं और बाद में हनुमान के 108 चक्कर लगाकर प्रार्थना करें। आपके बिगड़ सारे काम चुटकी में बन जाएंगे।
अगर डर आपका पीछा नहीं छोड़ रहा और आप तनाव में तो 7 दिन हनुमान जी की विशेष पूजा करें। हनुमान अष्टक और हनुमान चालीसा प्रतिदिन 100 बार पढ़े। यह हनुमान जी का सिद्ध कवच जो निश्चित ही फायदेमंद होता है।
अगर भगवान को पूरी तरह खुश करना चाहते हैं तो अपनी ऊंचाई के अनुसार नाल को गांठ बांधकर नारियल पर लपेटकर उस पर केसर या सिंदूर से स्वातिक बनाकर हनुमान चालीसा पढ़कर हनुमान जी को चढाएं।
अपने मुंह को दक्षिण की ओर कर सात दिन तक रोजाना पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर 180 बार हनुमान चालीसा पढ़े जिससे आपके धन के द्वार खुल जांएगे।
अगर आपको ग्रहों की समस्या सता रही हैं तो काला चना और गुड़ लेकर प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी के मंदिर में प्रसाद बांटे और हनुमान चालीसा का जाप करें।
हनुमान जी की उपासना से निरोगी काया का आशीर्वाद भी मिलता है। इसके लिए सबसे सटीक पाठ है “हनुमान बाहुक” का। विधान है कि शुद्ध जल का बर्तन सामने रखकर 26 अथवा 21 (मुहूर्त के मुताबिक) दिनों तक प्रतिदिन करने से कंठ रोग, गठिया, वात, जोड़ों का दर्द जैसे रोगों से मुक्ति मिल जाती है। ध्यान रखें कि शुद्ध जल को प्रतिदिन पाठ के बाद पी लें और रोजाना पात्र को शुद्ध जल से भरें।
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