हिंदु धर्म में राहु और केतू दो ग्रह हैं जिन्हे दोष के रूप में जाना जाता है। राहु और केतू, एक ही असुर का नाम है जिसने अमृत मंथन के दौरान छल से अमृत पी लिया था और जब उसने आधा अमृत पी लिया तब पता चला कि वह असुर है तो भगवान विष्णु ने…
हिंदु धर्म में राहु और केतू दो ग्रह हैं जिन्हे दोष के रूप में जाना जाता है। राहु और केतू, एक ही असुर का नाम है जिसने अमृत मंथन के दौरान छल से अमृत पी लिया था और जब उसने आधा अमृत पी लिया तब पता चला कि वह असुर है तो भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र से उसका गला काट दिया। वह मरा नहीं, लेकिन सिर और धड़ दो हिस्सों में बंट गया, जिसे राहु-केतु के नाम से जाना गया।
ये एक ग्रह बन गए जो लोगों की कुंडली में दोष माने जाते हैं। हिंदू धर्म में इन्हे दूर करने के कई उपाय हैं, जिन्हे लोगों के द्वारा अपनाया जाता है।अगर आप भी जानना चाहते है कि जीवन से राहु-केतु का दोष किस प्रकार दूर करना है। तो इन आध्यात्मिक उपायों को जानें।
प्रत्येक शनिवार शाकाहारी भोजन करें: राहु और केतू दोष ग्रह है। इसके लिए आपको शनिवार को पूजा करनी चाहिए और इस दिन पूर्णत: शाकाहारी भोजन का सेवन करना चाहिए।
भगवान शिव की पूजा करें: अगर आपकी कुंडली में राहु-केतू का दोष है तो भगवान शिव की पूजा करें। भगवान शिव, राहु-केतू और शनि के दोषों का निवारण करते है। आप प्रतिदिन 21 बार ओउम् नम: शिवाय का जाप करेें।
राहु शांति पूजा का प्रदर्शन करें: राहु और केतू के दोषों को शांत करने के लिए आप राहु शांति पूजा का प्रदर्शन करें। इस पूजा को आप घर पर आयोजित करवाएं, इससे आपके घर में सुख और शांति भी आएगी।
श्रीकलाहस्ती मंदिर के दर्शन करें: श्रीकला हस्ती मंदिर आंध्रप्रदेश में स्थित है। जिन लोगों के जीवन में राहु-केतू दोष है वह इस मंदिर में दर्शन के लिए अवश्य जाएं। साल में भारी संख्या में लोग यहां दर्शन करने आते है।
दान: राहु-केतू दोष होने पर अाप शनिवार को सरसों का तेल दान करें, गेहूं, नारियल, केला आदि को दान करें। गरीबों को भोजन खिलाएं। इससे आपको जीवन में सुकून और खुशी मिलेगी और यह ग्रह दोष भी शांत हो जाएगा।
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