महाभारत एक महाकाव्य ही नहीं है। यह मानव के लिए शिक्षा का ऐसा अनमोल संदूक है जो कभी खाली नहीं होता। जीवन के हर क्षेत्र के लिए इसमें कोई शिक्षा या सबक जरूर है। कहा जाता है कि महाभारत मुख्य रूप से दो बातों पर जोर देता है।पहली, वे बातें समझो जो मनुष्य को करनी…
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महाभारत एक महाकाव्य ही नहीं है। यह मानव के लिए शिक्षा का ऐसा अनमोल संदूक है जो कभी खाली नहीं होता। जीवन के हर क्षेत्र के लिए इसमें कोई शिक्षा या सबक जरूर है। कहा जाता है कि महाभारत मुख्य रूप से दो बातों पर जोर देता है।पहली, वे बातें समझो जो मनुष्य को करनी चाहिए। उन्हें जीवन में अपनाओ। दूसरी, उन बातों को भी समझो जो मनुष्य को कभी नहीं करनी चाहिए और उनसे हमेशा दूर रहो।
परिवार, मित्र, समाज और देश हर किसी के लिए महाभारत बहुत खास है। इसकी शिक्षाएं हर व्यक्ति के जीवन को सच की राह दिखाती हैं। आप भी पढ़िए महाभारत के कुछ ऐसे ही 10 अनमोल सबक।
1- कभी किसी का अपमान मत करो। अपमान की आग बड़े-बड़े साम्राज्य नष्ट कर देती है। कभी किसी मनुष्य के व्यवसाय या नौकरी को छोटा मत समझो, उसे छोटा मत कहो।
2- अगर मित्रता करो तो उसे जरूर निभाओ, लेकिन मित्र होने का यह मतलब नहीं कि गलत काम में भी मित्र का साथ दो। अगर आपका मित्र कोई ऐसा कार्य करे जो नैतिक, संवैधानिक या किसी भी नजरिए से सही नहीं है तो उसे गलत राह छोड़ने के लिए कहना चाहिए।
3- अत्यधिक लालच इंसान की जिंदगी को नर्क बना देता है। जो आपका नहीं है उसे अनीतिपूर्वक लेने, हड़पने का प्रयास न करें। आज नहीं तो कल, ईश्वर उसका दंड अवश्य ही देता है।
4- आप सत्य की राह पर हैं और कष्टों का सामना कर रहे हैं लेकिन आपका कोई परिचित अनीति, अधर्म और खोटे कर्म करने के बावजूद संपन्न है, सुविधाओं से मालामाल है तो उसे देखकर अपना मार्ग न छोड़ें। आपकी आंखें सिर्फ वर्तमान को देख सकती हैं, भविष्य को नहीं।
5- शिष्य या पुत्र को ज्ञान देना माता-पिता व गुरु का कर्तव्य है लेकिन बिना विवेक और सद्बुद्धि के ज्ञान विनाश का कारण बनता है। इसलिए ज्ञान के साथ विवेक और अच्छे संस्कार देने भी जरूरी हैं।
6- विजय उसकी नहीं होती जहां लोग ज्यादा हैं, ज्यादा धनवान हैं या बड़े पदाधिकारी हैं। विजय हमेशा उसकी होती है जहां ईश्वर है और ईश्वर हमेशा वहीं है जहां सत्य है। इसलिए सत्य का साथ कभी न छोड़ें।
7- अपनी अच्छी स्थिति, बैंक बैलेंस, संपदा, सुंदर रूप और विद्वता का कभी अहंकार मत कीजिए। अगर आपमें ये खूबियां हैं तो ईश्वर का आभार मानिए। समय बड़ा बलवान है। धनी, ज्ञानी, शक्तिशाली पांडवों ने वनवास भोगा और अतिसुंदर द्रोपदी भी उनके साथ वनों में भटकती रही।
8- जुआ, सट्टा, षड्यंत्र से हमेशा दूर रहो। ये चीजें मनुष्य का जीवन अंधकारमय बना देती हैं। किसी भी रूप में
ये कार्य निंदनीय और वर्जित हैं।
9- जिस व्यक्ति को हितैषी, सच बोलने वाला, विपत्ति में साथ निभाने वाला, गलत कदम से रोकने वाला मित्र मिल जाता है उसका जीवन सुखी है। जो उसकी नेक राय पर अमल करता है, उसका जीवन सफल होता है।
10- इंसान की जिंदगी, जन्म और मौत के बीच की कड़ी भर है। यह जिंदगी हमेशा नहीं रहेगी लेकिन भगवान कृष्ण के अनुसार, मौत के बाद भी हमारा अस्तित्व रहेगा। इसलिए इस जीवन में जितने हो सकें, उतने अच्छे कर्म कीजिए। एक बार यह जीवन बीत गया, फिर आपकी प्रतिभा, पहचान, धन और रुतबा किसी काम नहीं आएंगे।