Indian Spiritual
  • होम
  • लोकप्रिय
  • धार्मिक तथ्य
  • धार्मिक कथा
  • धार्मिक स्थान
  • ज्योतिष
  • ग्रंथ
  • हस्त रेखाएं
  • व्रत त्योहार
  • तंत्र-मंत्र-यंत्र
होम | धार्मिक स्थान | ये है विदेशों में स्तिथ 10 प्रसिद्ध और भव्य शिव मंदिर

ये है विदेशों में स्तिथ 10 प्रसिद्ध और भव्य शिव मंदिर

ये है विदेशों में स्तिथ 10 प्रसिद्ध और भव्य शिव मंदिर
In धार्मिक स्थान
  • Share on Facebook
  • Share on Twitter
  • Share on Email
  • Share on Whatsapp
  • Share on Facebook
  • Share on Twitter

भारतीय संस्कृति के साथ देवी-देवताओं के मंदिर भी दुनियाभर में हैं। अधिकतर देशों में भगवान शिव के मंदिर पाए जाते हैं। कुछ मंदिर ऐसे हैं जो उन देशों के लिए पर्यटन का बड़ा केंद्र भी बन गए हैं। विदेशों में भगवान शिव के कई मंदिर तो ऐसे भी हैं, जिनमें भारतीय भक्त कम विदेशी ज्यादा…

यह आलेख निम्नलिखित के बारे में जानकारी प्रदान करता है : indian tradition and  Lord Shiva and  अरुल्मिगु श्रीराजा कलिअम्मन मंदिर जोहोर बरु and  इंडोनेशिया and  ऑस्ट्रेलिया and  कटासराज मंदिर चकवाल and  काठमांडू and  कैलिफोर्निया and  नेपाल and  न्यूजीलैंड and  पशुपतिनाथ मंदिर and  पाकिस्तान and  प्रम्बानन मंदिर जावा and  भगवान शिव and  मलेशिया and  मुन्नेस्वरम मंदिर मुन्नेस्वरम and  शिव मंदिर and  शिवा टैम्पल ज़्यूरिख़ and  शिवा मंदिर ऑकलैंड and  शिवा विष्णु मंदिर मेलबोर्न and  शिवा विष्णु मंदिर लिवेरमोरे and  श्रीलंका and  स्विट्ज़रलैंड  

भारतीय संस्कृति के साथ देवी-देवताओं के मंदिर भी दुनियाभर में हैं। अधिकतर देशों में भगवान शिव के मंदिर पाए जाते हैं। कुछ मंदिर ऐसे हैं जो उन देशों के लिए पर्यटन का बड़ा केंद्र भी बन गए हैं। विदेशों में भगवान शिव के कई मंदिर तो ऐसे भी हैं, जिनमें भारतीय भक्त कम विदेशी ज्यादा हैं। आइए, आज आपको भगवान शिव के ऐसे ही कुछ विदेशों में बने भव्य मंदिरों के बारे में बताते हैं….

These 10 Famous And Magnificent Shiva Temple Is Situated Abroad in Hindi :-

1. शिवा हिन्दू मंदिर – जुईदोस्त, एम्स्टर्डम

यह मंदिर लगभग 4,000 वर्ग मीटर को क्षेत्र में फैला हुआ है। इस मंदिर के दरवाजे भक्तों के लिए जून 2011 को खोले गए थे। इस मंदिर में भगवान शिव के साथ-साथ भगवान गणेश, देवी दुर्गा, भगवान हनुमान की भी पूजा की जाती है। यहां पर भगवान शिव पंचमुखी शिवलिंग के रूप में है।

{ पढ़ें :- भीमशंकर ज्योतिर्लिंग - कुंभकर्ण के पुत्र को मार कर यहां स्थापित हुए थे भगवान शिव }

2. अरुल्मिगु श्रीराजा कलिअम्मन मंदिर – जोहोर बरु, मलेशिया

कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण वर्ष 1922 के आस-पास किया गया था। यह मंदिर जोहोर बरु के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। जिस भूमि पर यह मंदिर बना हुआ है, वह भूमि जोहोर बरु के सुल्तान द्वारा भेंट के रूप में भारतीयों को प्रदान की गई थी। कुछ समय पहले तक यह मंदिर बहुत ही छोटा था, लेकिन आज यह एक भव्य मंदिर बन चुका है। मंदिर के गर्भ गृह में लगभग 3,00,000 मोतियों को दीवार पर चिपकाकर सजावट की गई है।

3 . मुन्नेस्वरम मंदिर – मुन्नेस्वरम, श्रीलंका

इस मंदिर के इतिहास को रामायण काल से जोड़ा जाता है। मान्यताओं के अनुसार, रावण का वध करने के बाद भगवान राम ने इसी जगह पर भगवान शिव की आराधना की थी। इस मंदिर परिसर में पांच मंदिर हैं, जिनमें से सबसे बड़ा और सुंदर मंदिर भगवान शिव का ही है। कहा जाता है कि पुर्तगालियों ने दो बार इस मंदिर पर हमला कर नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी।

{ पढ़ें :- भोजेश्वर मंदिर : यहाँ है एक ही पत्थर से निर्मित विशव का सबसे बड़ा शिवलिंग }

4. शिवा टैम्पल –  ज़्यूरिख़, स्विट्ज़रलैंड

यह एक छोटा लेकिन सुंदर शिव मंदिर है। यहां के गर्भ गृह में शिवलिंग के पीछे भगवान शिव की नटराज स्वरूप में और देवी पार्वती की शक्ति से रूप में मूर्तियां स्थित है। इस मंदिर में भगवान शिव से जुड़े हुए सभी त्योहार बहुत ही धूम-धाम से मनाए जाते हैं।

5. कटासराज मंदिर – चकवाल, पाकिस्तान

कटासराज मंदिर पाकिस्तान के चकवाल गांव से लगभग 40 कि.मी. की दूरी पर कटस में एक पहाड़ी पर है। कहा जाता है कि यह मंदिर महाभारत काल (त्रेतायुग) में भी था। इस मंदिर से जुड़ी पांडवों की कई कथाएं प्रसिद्ध हैं। मान्यताओं के अनुसार, कटासराज मंदिर का कटाक्ष कुंड भगवान शिव के आंसुओं से बना है। इस कुंड के निर्माण के पीछे एक कथा है। कहा जाता है कि जब देवी सती की मृत्यु हो गई, तब भगवान शिव उन के दुःख में इतना रोए की उनके आंसुओं से दो कुंड बन गए। जिसमें से एक कुंड राजस्थान के पुष्कर नामक तीर्थ पर है और दूसरा यहां कटासराज मंदिर में।

6. शिवा-विष्णु मंदिर – मेलबोर्न, ऑस्ट्रेलिया

{ पढ़ें :- बाबा अमरनाथ यात्रा की 10 आश्चर्यजनक बातें! यह जानकारी आपको और कहीं नहीं मिलेगी }

भगवान शिव और विष्णु को समर्पित इस मंदिर का निर्माण लगभग 1987 के आस-पास किया गया था। मंदिर के उद्घाटन कांचीपुरम और श्रीलंका से दस पुजारियों ने पूजा करके किया था। इस मंदिर की वास्तुकला हिन्दू और ऑस्ट्रेलियाई परंपराओं का अच्छा उदाहरण है। मंदिर परिसर के अंदर भगवान शिव और विष्णु के साथ-साथ अन्य हिंदू देवी-देवताओं की भी पूजा-अर्चना की जाती है।

7. शिवा मंदिर – ऑकलैंड, न्यूजीलैंड

न्यूजीलैंड के इस मंदिर की स्थापना का मुख्य कारण लोगों के बीच हिंदू धर्म के प्रति आस्था और विश्वार बढ़ाना था। इस मंदिर के निर्माण के बाद 2004 में यह मंदिर आम भक्तों के लिए खोला गया था। कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी शिवेंद्र महाराज और यज्ञ बाबा के मार्गदर्शन में हिन्दू शास्त्रों के अनुसार किया गया था। इस मंदिर में भगवान शिव नवदेश्वर शिवलिंग के रूप में है।

8. शिवा विष्णु मंदिर – लिवेरमोरे, कैलिफोर्निया

यह मंदिर इस क्षेत्र के हिंदू मंदिरों में से सबसे बड़ा मंदिर कहा जाता है। वास्तुकला की दृष्टि से यह मंदिर उत्तर भारत और दक्षिण भारत की कला का सुंदर मिश्रण है। मंदिर में भगवान शिव के साथ-साथ भगवान गणेश, देवी दुर्गा, भगवान अय्यप्पा, देवी लक्ष्मी आदि की भी पूजा की जाती है। मंदिर की अधिकांश मूर्तियों 1985 में तमिलनाडु सरकार द्वारा दान की गई थी।

9. पशुपतिनाथ मंदिर – काठमांडू, नेपाल

{ पढ़ें :- इस अनोखे मंदिर में चढ़ता है सिगरेट का चढ़ावा और फिर उस सिगरेट का धुंआ उड़ाते हैं भोलेबाबा ! }

पशुपतिनाथ का मतलब होता है संसार के समस्त जीवों के भगवान। मान्यताओं के अनुसार, इस मंदिर का निर्माण लगभग 11वीं सदी में किया गया था। दीमक की वजह से मंदिर को बहुत नुकसान हुआ, जिसकी कारण लगभग 17वीं सदी में इसका पुनर्निर्माण किया गया। मंदिर में भगवान शिव की एक चार मुंह वाली मूर्ति है। इस मंदिर में भगवान शिव की मूर्ति तक पहुंचने के चार दरवाजे बने हुए हैं। वे चारों दरवाजे चांदी के हैं। यह मंदिर हिंदू और नेपाली वास्तुकला का एक अच्छा मिश्रण है।

10. प्रम्बानन मंदिर – जावा, इंडोनेशिया

हिंदू संस्कृति और देवी-देवताओं को समर्पित एक बहुत सुंदर और प्राचीन मंदिर इंडोनेशिया के जावा नाम की जगह पर है। 10वीं शताब्दी में बना यह मंदिर प्रम्बानन मंदिर के नाम से जाना जाता है। प्रम्बानन मंदिर शहर से लगभग 17 कि.मी. की दूरी पर है।


धार्मिक स्थान और भारतीय संस्कृति संबंधित ख़बरें

  1. भीमशंकर ज्योतिर्लिंग – कुंभकर्ण के पुत्र को मार कर यहां स्थापित हुए थे भगवान शिव

  2. भोजेश्वर मंदिर : यहाँ है एक ही पत्थर से निर्मित विशव का सबसे बड़ा शिवलिंग

  3. भारत का एक मात्र मंदिर जहाँ राष्ट्रीय पर्वो पर फहराया जाता है तिरंगा

  4. गिरजाबंध हनुमान मंदिर, रतनपुर – एक अति प्राचीन मंदिर जहाँ स्त्री रूप में होती है हनुमान कि पूजा

2012-02-13T23:52:51+05:30
Indian Spiritual Team
Indian Spiritual
Tags: #indian tradition,  #Lord Shiva,  #अरुल्मिगु श्रीराजा कलिअम्मन मंदिर जोहोर बरु,  #इंडोनेशिया,  #ऑस्ट्रेलिया,  #कटासराज मंदिर चकवाल,  #काठमांडू,  #कैलिफोर्निया,  #नेपाल,  #न्यूजीलैंड,  #पशुपतिनाथ मंदिर,  #पाकिस्तान,  #प्रम्बानन मंदिर जावा,  #भगवान शिव,  #मलेशिया,  #मुन्नेस्वरम मंदिर मुन्नेस्वरम,  #शिव मंदिर,  #शिवा टैम्पल ज़्यूरिख़,  #शिवा मंदिर ऑकलैंड,  #शिवा विष्णु मंदिर मेलबोर्न,  #शिवा विष्णु मंदिर लिवेरमोरे,  #श्रीलंका,  #स्विट्ज़रलैंड  
................... विज्ञापन ...................

ट्रेंडिंग टापिक

#सपने में घर की छत गिरते देखना #पुरुष की बायीं भुजा फड़कना #सपने में खुद को शौच करते देखना #Chipkali Ka Peshab Karna #सपने में इमारत का गिरना #Sapne Me Pita Ko Bimar Dekhna #Chipkali Ka Zameen Par Girna #जामवंत की पत्नी का नाम क्या था #Gems Stone (रत्न स्टोन) #Dream Meaning (स्वप्न फल)

पॉपुलर पोस्ट

  • List of Famous Indian Festival
  • Complete List of Indian Festival
  • ये 10 सपने बताते हैं घर में आने वाली है बड़ी खुशी
  • यह 10 सपने धन हान‌ि का संकेत माने जाते हैं
  • इन 10 अंगों पर छ‌िपकली का ग‌िरना अशुभ, यह होता है अंजाम
  • जानिए शरीर के किस अंग के फड़कने का क्या होता है मतलब !
  • जाने आखिर कैसे हुआ था रीछ मानव जामवन्त का जन्म, तथा उनसे जुड़े अनोखे राज !
  • एक रहस्य, ‘ब्रह्मा’ ने किया था अपनी ही पुत्री ‘सरस्वती’ से विवाह !

नया पोस्ट

  • भगवान विष्णु ने देवकी और वसुदेव के घर क्यों लिया कृष्णावतार…
  • जानिये क्या है श्रीकृष्ण की 16000 पत्नियों का राज ?
  • जन्माष्टमी का फल चाहिए तो कीजिए जरूर यह व्रत
  • जन्माष्टमी को सुख-समृद्धि प्राप्ति के लिए करें ये ज्योतिष उपाय
  • जन्माष्टमी विशेष: भगवान कृष्ण की मृत्यु कैसे हुई?
  • राधा जन्म की कहानी – ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार मां के गर्भ से नहीं जन्मी थी राधा
  • जन्‍माष्‍टमी की पूजा करने की विधि !
  • भगवान श्रीकृष्ण की पूजा में जरूर होनी चाहिए ये 10 चीजें
  • वेलेंटाइन डे पर आजमाएं ज्योतिष के ये टोटके, मिलेगा मनचाहा वेलेंटाइन
  • नवरात्री साल में दो बार क्‍यूं मनाई जाती है?
  • आइये जाने मां दुर्गा की उत्‍पत्ति की कहानी !
  • नवरात्रों में ये 9 काम से परहेज रखनी चाहिए !
  • नवरात्रों में माता को प्रसन्न करने के ये 5 टोटके जो आपके जीवन को खुशियों से भर देंगे !
  • इस पूरे नवरात्र करें 10 महाविद्या की उपासना ! आपके सभी कार्य होंगे सिद्ध !
  • सिंह माता दुर्गा की सवारी कैसे बना ये जानकार हैरान हो जायेंगे आप!

© Copyright 2023, Indian Spiritual: All about the spiritual news articles from around the globe in Hindi. All rights reserved.
Our Group Sites: Gotals | PardaPhash News | Holiday Travel