आपने अकसर सुना होगा और शायद पढ़ा भी हो, आपका हर तिल आपके बारे में बहुत कुछ कहता है। बहुत से लोग इस बात पर यकीन करते हैं और कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें ये सब बातें बेमानी लगती हैं।Ungli Par Til Ka Matlab in Hindi :- लेकिन सच झुठलाया तो नहीं जा सकता, सामुद्रिक…
यह आलेख निम्नलिखित के बारे में जानकारी प्रदान करता है : क्या आपकी अंगुली पर भी मौजूद है कोई तिल and जानिए क्या है इसका अर्थ
आपने अकसर सुना होगा और शायद पढ़ा भी हो, आपका हर तिल आपके बारे में बहुत कुछ कहता है। बहुत से लोग इस बात पर यकीन करते हैं और कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें ये सब बातें बेमानी लगती हैं।
लेकिन सच झुठलाया तो नहीं जा सकता, सामुद्रिक शास्त्र के अंतर्गत आपके शारीरिक अंगों और उन पर मौजूद तिलों से संबंधित परिभाषाएं गढ़ी गई हैं।
आम धारणा है कि जिस व्यक्ति के पेट पर तिल होता है, उसे जीवन में बहुत स्वादिष्ट भोजन मिलता है, जिस व्यक्ति के मस्तिष्क पर तिल होता है वह बहुत तार्किक और समझदार होता है, जिसकी हथेली पर तिल होता है वह धनवान होता है और जिसके पांव के नीचे तिल होता है उसे जीवन में घूमने के बहुत मौके मिलते हैं।
लेकिन बहुत ही कम लोगों ने इसके बारे में सोचा होगा और शायद कभी ध्यान दिया हो कि कुछ तिल हमारी अंगुलियों पर भी तिल होता है। जरूरी नहीं है कि ये तिल सभी की अंगुलियों पर मौजूद हो, लेकिन जिनकी अंगुली पर होता है उनका क्या…
तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि अंगुलियों पर मौजूद तिल आपके बारे में क्या कहता है।
अनामिका अंगुली
अनामिका अंगुली, जिसके नीचे सूर्य पर्वत होता है, के पहले भाग में तिल का होना दर्शाता है कि व्यक्ति अपने ही कर्मों की वजह से अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा को समाप्त करने वाला है। ऐसे व्यक्ति अत्याधिक क्रोधी स्वभाव के होते हैं।
लाल रंग
इस भाग पर तिल हमेशा हल्के रंग का होता है, लेकिन अगर आपका यह तिल लाल रंग का दिखाई पड़ने लगा है तो आपको अपनी हड्डियों और किसी भी तरह के दर्द को लेकर सचेत रहना चाहिए।
कमजोर रिश्ता
इसी अंगुली के दूसरे भाग पर तिल होना कमजोर रिश्तों की ओर इशारा करता है। यह तिल इस बात का प्रमाण है कि आपका कोई भी रिश्ता मजबूती की ओर नहीं बढ़ पाता। यह रिश्ता माता, पिता, भाई, जीवनसाथी…किसी के साथ भी हो सकता है।
तीसरे भाग पर तिल
अनामिका अंग़ुली के तीसरे भाग पर तिल होने का अर्थ है कि व्यक्ति मानसिक रूप से कमजोर है और उसके अंदर आत्म विश्वास की अत्याधिक कमी है। ये तिल हमेशा हल्के रंग का ही दिखाई देता है। आपके भीतर मौजूद लालच आपको शुरुआती लाभ तो दिलवा सकता है लेकिन बाद में आपको परेशानी होगी।
आंखों की कमजोरी
अनामिका अंग़ुली के एकदम नीचे अगर कोई तिल मौजूद है तो आंखों की कमजोरी की ओर इशारा करता है। आपको अपने भाई या पिता के लिए सचेत रहना चाहिए। भविष्य में आपको रक्त-संबंधी बीमारियां होने की संभावना होती हैं।
कनिष्ठिका अंगुली
कनिष्ठिका अंगुली, जिसका संबंध बुध पर्वत से है, के पहले भाग पर तिल होने का अर्थ है व्यक्ति के भीतर धन का अत्याधिक लालच मौजूद है। ऐसे लोग जीवन में बहुत धन कमाते भी हैं और इनके भीतर लालच की भी अधिकता रहती है।
आखिरी भाग पर तिल
कनिष्ठिका अंगुली के आखिरी भाग पर तिल होने का अर्थ है कि व्यक्ति दिमागी तौर पर बहुत तेज है और बहुत सोच-समझकर अपने निर्णय लेता है। लेकिन तिल यह भी बताता है कि भविष्य में आपको कोई बड़ा नुकसान भी हो सकता है। अपको पेट से संबंधित बीमारियों से बचकर रहना चाहिए।
गुरु पर्वत
गुरु पर्वत से संबंधित तर्जनी अंगुली के पहले भाग पर अगर तिल होता है तो यह बढ़े हुए अहंकार की बात करता है। अगर यह तिल हल्के रंग का है तो यह परिष्कृत रणनीतियों के विषय में बताता है। ऐसे लोगों को सुनना बहुत दिलचस्प होता है लेकिन एक बात और है… ये लोग अंत में एकदम अकेले रह जाते हैं।
दूसरे भाग पर तिल
तर्जनी अंगुली के दूसरे भाग पर तिल तक होता है जब आपकी कुंडली में बृहस्पति या शुक्र ग्रह नकारात्मक होते हैं। ये लोग अपनी भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रख पाते और ना ही आसानी से किसी के साथ जुड़ते हैं। किसी के साथ गंभीर रिश्ते में होना इनके लिए टेढ़ी खीर है।
आखिरी भाग
तर्जनी अंगुली के आखिरी भाग में तिल दर्शाता है कि व्यक्ति का खान-पान गलत है। आपका और आपके अध्यापकों या गुरु का साथ भी अच्छा नहीं रहता, मुमकिन है आपके भीतर कुछ गलत आदतें भी हों।
बृहस्पति पर्वत पर तिल
बृहस्पति पर्वत पर मौजूद तिल शादी में होने वाली देरी या फिर अविवाहित जीवन की ओर इशारा करता है। यह तिल आपकी कमजोर आंतों के बारे में भी बताता है। आपके भीतर तनाव और क्रोध दोनों ही बराबर मात्रा में है, इसकी वजह से आपका कोई भी संबंध मजबूत नहीं रह पाता।
मध्यमा अंगुली
मध्यमा अंगुली, जिसके नीचे शनि पर्वत होता है, के पहले भाग में मौजूद तिल बताता है कि संबंधित व्यक्ति की निर्णय क्षमता अत्याधिक मजबूत है। उनके निर्णय उनके साथ-साथ दूसरों के लिए भी लाभदायक होते हैं।
कमजोर शरीर
मध्यमा अंगुली के दूसरे भाग में तिल होना कमजोर शरीर के साथ-साथ कमजोर रिश्तों के बारे में भी बताता है।
मध्यमा अंगुली
मध्यमा अंगुली के तीसरे भाग में तिल फेफड़ों के कमजोर होने की निशानी है। जो लोग लोहे या रसायन से संबंधित क्षेत्र में कार्यरत हैं, उनके लिए तो यह तिल और ज्यादा खतरनाक है। अगर किसी सर्जन की इस अंगुली पर तिल है तो उसकी काबीलियत भी हमेशा संदेह के घेरे में है क्योंकि ऐसे लोगों के भीतर एकाग्रता की कमी होती है।
शनि पर्वत
शनि पर्वत पर तिल होने का अर्थ है कि व्यक्ति का जीवन संघर्षों से ही भरा हुआ है। यह नकारात्मकता केवल तभी समाप्त हो सकती है जब व्यक्ति भगवान शिव या माता काली की पूजा-अर्चना प्रारंभ करे। ऐसे लोग सामाजिक कार्य करते रहते हैं और यकीन मानिए इन्हें बदले में कुछ नहीं मिलता और ना ही इन्हें इसका लालच होता है।