भगवान और भक्ति के स्वरूप और भावों पर बहसें होना कोई नई बात नहीं है। आज भी ऐसे लोग मिल जाएंगे जो हर काम मुहूर्त देखकर और पूजा के साथ करते हैं, तो वहीं ऐसे लोग भी हैं जिनके लिए ऐसी चीजें अंधविश्वास मात्र हैं। व्यक्ति चाहे कैसा भी हो, लेकिन जब मुसीबतों की राह…
यह आलेख निम्नलिखित के बारे में जानकारी प्रदान करता है : पूजा and भक्ति and भगवान and हिंदू धर्म
भगवान और भक्ति के स्वरूप और भावों पर बहसें होना कोई नई बात नहीं है। आज भी ऐसे लोग मिल जाएंगे जो हर काम मुहूर्त देखकर और पूजा के साथ करते हैं, तो वहीं ऐसे लोग भी हैं जिनके लिए ऐसी चीजें अंधविश्वास मात्र हैं। व्यक्ति चाहे कैसा भी हो, लेकिन जब मुसीबतों की राह आती है तो सबसे पहले भगवान की शरण ही ढूंढता है, कोई ऐसा रास्ता जो उसे सभी मुश्किलों से तुरंत निकाल दे। ऐसे में सबसे पहले उसे मंदिर-मस्जिद जैसे धार्मिक स्थलों का रास्ता ही नजर आता है।
हिंदू धर्म में कई ऐसे मंदिर हैं जिन्हें चमत्कारी और मनोकामनाएं पूर्ण करने वाला माना गया है। कई तो बेहद प्रसिद्ध हैं लेकिन कुछ बहुत ज्यादा नहीं जाने जाते। ऐसे मंदिरों की जानकारी वहां जाने वाले आस्थावान भक्तों से दूसरे लोगों तक पहुंचती हैं। ऐसी ही एक जगह है क्कुके सुभ्रमन्या मंदिर।
कहते हैं जो भी इस मंदिर में जाता है, वह कभी भी खाली हाथ नहीं लौटता। कर्नाटक से कुछ किलोमीटर दूर इस मंदिर में मनोकामनाएं पूर्ण होने की प्रसिद्धि इतनी है कि अपने बुरे दिनों में अमिताभ बच्चन और अजय देवन जैसे स्टार अभिनेता भी यहां जा चुके हैं।
यहां भगवान सुब्रमण्यम जो कार्तिकेय को कहा जाता है, की पूजा की जाती है। यहां गए भक्तों के अनुसार सभी जगहों से निराश और हताश होकर ही वे ‘क्कुके सुभ्रमन्या मंदिर’ गए, लेकिन भगवान सुब्रमण्यम की कृपा से उनकी मनोकामना पूर्ण हुई। यह बात कितनी सत्य है यह तो हम नहीं कह सकते, लेकिन इतना अवश्य है कि आस्था की नींव विश्वास पर टिकी होती है।